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गुड न्यूज : सुरक्षित ड्राइविंग पर नागरिकों को मिलेगा 35 करोड़ का इनाम
- केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय का पायलट प्रोजेक्ट
- उपराजधानी से 3 जून को आरंभ
नीरज दुबे , नागपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं महामार्ग मंत्रालय ने सुरक्षित रास्ते जनजागरण अभियान के तहत पायलट प्रोजेक्ट के लिए उपराजधानी का चयन किया है। इस अभियान के तहत सुरक्षित वाहन चलाने और नियमों का पालन करने वाले वाहन चालकों के लिए करीब 35 करोड़ की राशि का इनाम रखा गया है। इनामी राशि को बोनस प्वाइंट के रूप में चालकों को दिया जाएगा, जिससे वे 70 से अधिक नामचीन ब्रांड की खरीदी, अस्पताल में उपचार और होटलों में बेहतरीन खाद्य की खरीदी कर सकेंगे। मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. के मुताबिक समाज में सकारात्मक संदेश के साथ ही सुरक्षित परिवहन के लिए यह बेहतरीन आरंभ होगा। योजना के पहले चरण का क्रियान्वयन का शुभारंभ और दूसरे चरण का आरंभ 3 जून की शाम 7 बजे केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों किया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., स्मार्ट सिटी के सीईओ अजय गुल्हाणे, उपायुक्त रविन्द्र भेलावे, विद्युत अभियंता अजय मानकर उपस्थित रहेंगे।
ऐसा है प्रयोग : पायलट प्रोजेक्ट फॉर इन्सेटिवाइजेशन ऑफ गुड ड्राइविंग बिहेवियर ऑफ सिटीजन्स ऑफ नागपुर (सुरक्षित परिवहन के लिए प्रोत्साहन) नाम दिया गया है। इस योजना को उपराजधानी से आरंभ करने के लिए साल 2019 में प्रशासकीय मंजूरी के साथ केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय ने 7 करोड़ की निधि आवंटित की थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस प्रयोग को आरंभ नहीं किया जा सका था। प्रोजेक्ट का नियंत्रण एवं संचालन की जिम्मेदारी विश्वेश्वरैया इंन्स्टिटयूट आफ टेक्नालॉजी (वीएनआईटी) को सौंपी गई है। तीन साल बाद कई होटल, अस्पताल को जोड़ने के साथ ही इनामी राशि को भी बढ़ाकर अब 35 करोड़ कर दिया गया है।
10 चौराहों पर सेंसर : देश के पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उपराजधानी के 10 चौराहों का चयन कर आधारभूत सुविधाएं स्थापित की गई है। इन चौराहों में लेडिज क्लब चौक, लॉ कालेज चौक, लक्ष्मीनगर चौक, अहिंसा चौक, दीक्षाभूमि चौक, लक्ष्मीभवन चौक, अभ्यंकर चौक, बजाज नगर चौक और शंकर नगर चौक का समावेश है। इन चौराहों पर वाहनों के आरएफआईडी को स्कैन करने की सुविधा वाले सेंसर बोर्ड लगा दिए गए हैं। इन सेंसर की बदौलत सिग्नल व्यवस्था पालन, हेलमेट पहनने, वाहनों के पीयूसी समेत अन्य दस्तावेजों के दुरूस्त होने गतिनियम पालन, जेब्रा क्रासिंग नियम पालन को कैद कर कंट्रोल रूम में भेजा जाएगा। वीएनआईटी के कंट्रोल रूम से वाहन चालक के ट्रैफिक रिवार्ड एेप में 10 प्वाइंट को जमा किया जाएंगा। इस प्वाइंट की बदौलत 70 विविध और नामचीन ब्रांड के उत्पादों की खरीदी में खासी रियायत मिलेगी। इसके अलावा शहर के प्रमुख अस्पतालों में उपचार और आलीशान होटलों में भोजन में भी डिस्काउंट मिलेगा।
दूसरे चरण में 1 लाख वाहनों पर आरएफआईडी : पायलट प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में आरएफआईडी (रेडियोफ्रिक्वेंसी डिटेक्टर) को 1 लाख वाहनों पर लगाया जाएगा। इस स्टीकर के साथ ही वाहन चालक को गूगल प्ले स्टोर से ट्रैफिक रिवार्ड ऐप को मोबाइल पर डाउनलोड करना होगा। चौराहे के संेसर से गतिविधियों की जांच को आरएफआईडी के माध्यम से कंट्रोल रूम में भेजने के बाद मोबाइल के ऐप में प्वाइंट जमा होंगं। इस तकनीक को सोशल इम्पेक्ट कंपनी ने तैयार किया है। तकनीक को पेंटेंट करने के लिए भी भेजा गया है।
बेहतर व्यवहार को प्रोत्साहन देने का प्रयास : यातायात नियमों की अनदेखी को लेकर दंडात्मक कार्रवाई को लेकर चर्चा होती है। यहीं प्रक्रिया भी यातायात नियमों के लिए भी लागू होता है, लेकिन नियम पालन करनेवालों के लिए कोई भी प्रोत्साहन नहीं होता है। ऐसे में पायलट प्रोजेक्ट से वाहन चालकों को प्रोत्साहन के साथ अच्छे व्यवहार के लिए इनाम मिलेगा, ताकि अन्य नागरिकों को भी सीख मिल सके। -राधाकृष्णन बी., मनपा आयुक्त
Created On :   1 Jun 2023 10:19 AM IST