अब खुलेगा राज: सोंटू जैन के खाते से 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन, चल रही जांच

सोंटू जैन के खाते से 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन, चल रही जांच
  • शेल कंपनियों के ट्रेडिंग अकाउंट की जांच की जा रही है
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित 3 लोगों की विशेष नियुक्ति
  • अपने ही बनाए चक्रव्यूह में फंसता जा रहा सोंटू

डिजिटल डेस्क, नागपुर. इंटरनेशनल क्रिकेट बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन अब अपने ही बनाए चक्रव्यूह में उलझता जा रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम लगातार पूछताछ कर रही है, पर वह हर सवाल का जबाब बेहद सधे हुए शब्दों में दे रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इंटरनेशनल क्रिकेट बुकी सोंटू जैन ने बड़ी चालाकी से हेराफेरी करने के लिए शेल कंपनी बना रखी थी। उसके इस शेल कंपनी के ट्रेडिंग अकाउंट Transaction of more than Rs 100 crore from Sontu Jain's account, investigation ongoingसे सारा खेल होता था। इसी खाते से 100 करोड़ से अधिक रकम की आर्थिक लेन-देन होने की जानकारी सामने आई है। इस लेन-देन में गुजरात के कई हवाला कारोबारियों के जुड़े होने की चर्चा है। अब पुलिस सोंटू जैन के शेल कंपनी के ट्रेडिंग खातों की फॉरेंसिक ऑडिट करा रही है। इसके लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट नियुक्त किया गया है। सोंटू ने पिछले 4-5 साल में इतना दौलत कमाया कि गोंदिया में उसकी गिनती धनवान व्यक्तियों में होने लगी है। उसके कई संपत्तियों के दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं।

कई राजनेताओं तक पहुंच : सोंटू की पहुंच कई राजनेताओं तक सीधे तौर पर बताई जाती है। उसके गोंदिया स्थित निवास पर जब नागपुर की पुलिस छापेमारी करने गई थी, तब भी पुलिस विभाग पर काफी दबाब बनाया गया था। इसीलिए पुलिस कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगने के बाद भी गोपनीयता बरतते हुए कार्य कर रही है। जांच टीम में पहले जहां कई अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे, अब कुछ चुनिंदा ही पुलिस अधिकारियों को उससे पूछताछ करने के लिए कहा गया है। सोंटू ने राकेश राजकोट से आईडी बनवाने की जानकारी पुलिस को दी है। इस आईडी का कुछ प्रतिशत हिस्सा सोंटू आईडी बनाकर देने वाले को देता था। राकेश विदेश में बैठकर बेट 777 नामक सट्टा एप चलाता है।

3 साल पहले राकेश राजकोट छोड़ चुका है देश : सूत्रों के अनुसार, सोंटू जैन ने राकेश राजकोट से डायमंड एक्सचेंज नामक ऑनलाइन गेमिंग एप राकेश राजदेव उर्फ राकेश राजकोट उर्फ डबल आर से बनवाया है। राकेश यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) की नागरिकता ले चुका है, वह अपने पूरे परिवार के साथ अब यूएई में रहता है। वह करीब 3 साल पहले ही संयुक्त अरब अमीरात में शिफ्ट हो गया है। सोंटू जैन और राकेश की मुलाकात अहमदाबाद गुजरात में हुई थी, तब राकेश गुजरात में रहता था और क्रिकेट सट्टे में उसकी तूती बोलती थी। राकेश राजकोट पर देश के कई शहरों में क्रिकेट सट्टे के कई मामले दर्ज हैं, जिसमें अहमदाबाद में 1400 करोड़ के क्रिकेट सट्टे का मामला दर्ज है। दिल्ली, हैदराबाद, मंुबई सहित देश के कई शहरों में दर्ज क्रिकेट सट्टे के मामले में राकेश राजकोट भगौड़ा आरोपी घोषित हो चुका है।

सोंटू के बैंक खातों का ऑडिट : 100 करोड़ से अधिक की लेन-देन की जांच कर रही टीम में महिला सहित दो पुलिस अधिकारियों का समावेश है। इस बीच, पुलिस के हाथ बड़ा सबूत लगने की जानकारी सूत्रों ने दी है। 21 सितंबर को उसकी अंतरिम जमानत पर सुनवाई होने वाली है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि उनके पास इतने पर्याप्त सबूत आ चुके हैं, जिससे सोंटू की जमानत को रद्द करने की सिफारिश की जाएगी।

7 हजार की नौकरी करता था सोंटू जैन : वर्ष 2006-07 में सोंटू जैन कभी गोंदिया में 7 हजार रुपए में नौकरी करता था। नागपुर के कुछ बुकियों से उसका संपर्क हुआ और फिर क्रिकेट सट्टे के धंधे में उतर गया। वह गोंदिया में धीरे- धीरे क्रिकेट सट्टे की लागवाड़ी और खायवाली करने लगा। उसके बाद उसने नौकरी छोड़ दी। क्रिकेट सट्टे को ही अपना कारोबार बना लिया। वर्ष 2013 में उसकी शादी हो गई। शादी के बाद वह क्रिकेट सट्टे के धंधे में पूरी तरह उतर गया। शादी के बाद विदेश घूमने के बहाने दुबई में कुछ क्रिकेट बुकियों के संपर्क में आया। उनके बीच पैठ बनाने के बाद सोंटू ने अपने पांव गोंदिया से लेकर गुजरात तक फैला लिए। सूत्र बताते हैं कि नागपुर, गुजरात, गोंदिया, दिल्ली के बड़े क्रिकेट बुकियों को पीछे छोड़कर सोंटू काफी आगे बढ़ गया।


Created On :   17 Sept 2023 5:45 PM IST

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