ठगी के दो मामले - एफसीआई और वेकोलि में नौकरी लगाने का झांसा

ठगी के दो मामले - एफसीआई और वेकोलि में नौकरी लगाने का झांसा
  • दोस्तों ने कराई मुलाकात
  • ठगी के दो मामले
  • एफसीआई और वेकोलि में नौकरी लगाने का झांसा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. एमबीए के छात्र को नौकरी दिलाने के नाम पर पिता-पुत्र ने उससे करीब 12.80 लाख रुपए ठग लिए। मामले में पीड़ित मृणाल नंदूजी राजूरकर (25), कारला चौक, स्वागत कॉलोनी, वर्धा निवासी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आशीष राजनकर (31) और उसके पिता मोरेश्वर राजनकर (55), गोपाल नगर, दूसरा बस स्टाॅप, किंग अस्पताल के पास, प्रताप नगर, नागपुर निवासी पर धारा 406, 420 के तहत मामला दर्ज किया है। आशीष राजनकर ड्राइविंग स्कूल का मालिक है।

दोस्तों ने कराई मुलाकात

मृणाल राजूरकर एमबीए की पढ़ाई के लिए प्रताप नगर में किराए से रहता था। उसे नौकरी की आवश्यकता थी। उसने इस बारे में अपने दोस्त मयूर मांगे व साहिल पठान से चर्चा की। मयूर और साहिल ने उसकी राजनकर से मुलाकात कराई। मृणाल को दोस्तों ने बताया कि, अाशीष ड्राइविंग स्कूल का मालिक है। वह नौकरी लगा सकता है, तब मृणाल ने दोस्तों के साथ आशीष से मुलाकात की। आशीष ने उसे बताया कि, उसके पिता मोरेश्वर आयकर विभाग, नासिक में क्लास वन अधिकारी हैं। उनकी पहचान से मैं नौकरी लगाता हूं। इसके बाद आशीष ने मृणाल को नौकरी के कुछ विज्ञापन व अन्य स्थानों के नौकरी संबंधी दस्तावेज भी दिखाए। आशीष ने मृणाल को पहले एफसीआई गोदाम में ट्रेनिंग मैनेजर पद की नौकरी 8.50 लाख रुपए में दिलाने की बात की।

मेडिकल जांच के लिए दिल्ली बुलाया

मृणाल को 10 अक्टूबर 2019 से 10 मई 2022 के बीच आरोपी आशीष और मोरेश्वर राजनकर ने मिलीभगत कर उससे लूट-खसोट शुरू कर दी। आरोपी समय- समय पर आरटीजीएस द्वारा अपने बैंक खाते में रकम जमा कराते रहे। इस दौरान आशीष और मोरेश्वर ने मृणाल को दिल्ली बुलाकर उसकी मेडिकल जांच कराने का नाटक भी किया। उससे पैन, आधार कार्ड, पांच काेरे चेक ले लिए। इस तरह आरोपियों ने मृणाल से करीब 12.80 लाख रुपए लेकर उसके साथ ठगी की। आरोपियों की करतूत के बारे में पता चलने पर मृणाल ने थाने में शिकायत की। जांच-पड़ताल के बाद उपनिरीक्षक चांमले ने आरोपी आशीष राजनकर और मोरेश्वर राजनकर पर ठगी का मामला दर्ज किया है।

Created On :   23 July 2023 7:18 PM IST

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