Wardha News: छात्रों ने सिरिंज से बनाया जीवन रक्षक उपकरण, सस्ते ऑक्सीजन नेबुलाइजर के लिए बिजली की जरूरत नहीं

छात्रों ने सिरिंज से बनाया जीवन रक्षक उपकरण, सस्ते ऑक्सीजन नेबुलाइजर के लिए बिजली की जरूरत नहीं

Wardha News. आपदा क्षेत्रों और सुदूर इलाकों में मरीजों को ऑक्सीजन मिलना अब आसान होगा। महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज ने वीएनआईटी, नागपुर के छात्रों की मदद से सिरिंज आधारित नेबुलाइजर विकसित किया है। कम लागत वाले इस मेडिकल डिवाइस को बिजली की जरूरत भी नहीं है। इसलिए यह संकट मरीज की जान बचा सकता है। नागपुर के विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के समर इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत यह प्रयोग किया गया। महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज की एमबीबीएस के तीसरे वर्ष की छात्रा शुभदा पाकड़े और वर्धा, बोरगांव मेघे, गणेश नगर निवासी तनिष्क भुजाड़े ने यह नवाचारी डिवाइस विकसित किया। डॉ. सतीश देवपुजारी और डॉ. रश्मि उद्दानवाड़ीकर ने मार्गदर्शन किया।

संकट के इलाकों में उपयोगी

यह डिवाइस एक साधारण सिरिंज, सुई और एयर इनलेट का उपयोग कर एरोसोल कण उत्पन्न करता है। इससे सांस लेने के लिए आवश्यक दवा मरीज तक पहुंचाई जा सकती है। इसे चलाने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती। सिरिंज को हाथ से स्वचालित चलाया जाता है। जरूरत पड़ने पर चार्जेबल बैटरी का भी इस्तेमाल किया जाता है। इस डिवाइस का बाढ़ प्रभावित, संघर्ष-ग्रस्त या ग्रामीण इलाकों में आसानी से उपयोग किया जा सकता है।

आसानी से बनाना संभव

शोधकर्ताओं के अनुसार सस्ती, स्टरलाइज्ड और आसानी से उपलब्ध अस्पताल सामग्री से भी यह डिवाइस बन सकता है। डिवाइस के ड्रॉपलेट साइज का विश्लेषण और तकनीकी परीक्षण डॉ. रश्मि उद्दानवाड़ीकर, डॉ. सुशांत नायक और ज्योति ठाकुर ने किया। आविष्कारकर्ता शुभदा और तनिष्क ने बताया कि उनका उद्देश्य उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना है, जहां संसाधनों की कमी होती है।


Created On :   3 July 2025 9:04 PM IST

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