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Nashik News: भगवान त्र्यंबकेश्वर दर्शन के ऑनलाइन पास का फर्जीवाड़ा , आरोपी पकड़ाए

- न्यायाधीश की शिकायत के बाद कारवाई
- पांच स्थानीय युवकों को किया गिरफ्तार
Nashik News बारह ज्योर्तिलिंगों में एक भगवान त्र्यंबकेश्वर के दर्शन के लिये समय का नियोजन करने के बाद पहुंचनेवाले श्रध्दालुओं को उपलब्ध किये जानेवाले आनलाइन पास फर्जीवाडा पुलिस कार्वारई के बाद सामने आया हैं। संदिग्ध अधिक पैसे लेकर यह विशेष पास जरूतमंद श्रध्दालुओं को बेचते थे। मामले में त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश न्यायाधीश सचिन भन्साली द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद इस कारवाई को अंजाम दिया गया । मामले में पुलिस ने संदिग्ध पेगलवाडी निवासी दिलीप नाना झोले, सुदाम राजु बदादे, त्र्यंबकेश्वर के रोकडेवाडी निवासी समाधान झुंबर चोथे, निरंजनी आखाड़ा परिसर निवासी शिवराज दिनकर आहेर, त्र्यंबकेश्वर, रोकडेवाडी निवासी मनोहर मोहन शेवरे को हिरासत में लिया हैं। कार्रवाई के बाद नाशिक ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटील, अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य मिरखेलकर सहित सभी पुलिस अधिकारी व कर्मियों के सामने संदिग्धों ने आनलाइन फर्जी पास किस प्रकार से बनाये जाते हैं, इसका प्रत्याक्षिक दिखाया।
न्यायाधीश ने सौंपा शिकायतपत्र : त्र्यंबकेश्वर में विगत अनेक दिनों से ऑनलाइन पास की कालाबाजारी शुरू होने की शिकायतें त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट के पास पहुंच रही थी। दरम्यान, त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट के पदसिध्द अध्यक्ष अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश न्यायाधीश सचिन भन्साली को इसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होने त्र्यंबकेश्वर पुलिस को शिकायतपत्र सौंपते हुए इस फर्जीवाड़े में शामिल बदमाशों पर कारवाई करने की सूचना की। इसके बाद हरकत में आये पुलिस विभाग ने इस कारवाई को अंजाम दिया।
भीड़ के नियोजन के लिये पास : ज्योतिर्लिग त्र्यंबकेश्वर में दर्शन के लिये हजारों श्रध्दालु दाखिल होते हैं। इस भीड़ का नियोजन करने के लिये मंदिर प्रशासन ने एक निशुल्क धर्मदर्शन कतार व दूसरी दान दर्शन कतार बनाई हैं। दान दर्शन कतार के लिये प्रतिव्यक्ति रु. 200 लिये जाते हैं। इस ऑनलाइन दर्शन सेवा की तीन जगहों पर बुकिंग होती है। देवस्थान के शिवप्रसाद भक्त निवास, वाहन पार्किंग स्थल व कुशावर्त तीर्थ पर ऑनलाइन पास उपलब्ध होते हैं।
रोकने के बाद शिकायत पास लेकर दर्शन करने के लिये पहुंचे कुछ श्रध्दालुओं को रोकने के बाद पास फर्जी होने की जानकारी सामने आई। कुछ श्रध्दालुओं ने इस मामले में देवस्थान ट्रस्ट के पास शिकायत की। मामला पुलिस थानेतक पहुंचने के बाद गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने पाच संदिग्धों को हिरासत में लिया। संदिग्ध फर्जी नाम, पता व पहचान पत्र का उपयोग करते हुए अधिक संख्या में ऑनलाइन पास प्राप्त करते हुए उसकी अधिक पैसे लेकर श्रध्दालुओं को बिक्री करते थें इस दौरान दो सौ रूपए के पास के श्रध्दालुओं से 700 से 1000 हजार रूपए वसूलते थे।
पांच हजार फर्जी पास की बिक्री : कारवाई के बाद पुलिस ने संदिग्धों के मोबाइल व ई मेल आईडी की जांच की। इसके बाद यह फर्जीवाडा संगठित रूप से चलाये जाने की जानकारी सामने आई। फरवरी 2025 से कुल 1 हजार 648 फर्जी पास निकाले गये। इसमें करीब 5 हजार श्रध्दालुओं को फर्जी पास बिक्री अधिक दाम लेकर बिक्री करने की प्राथमिक जानकारी सामने आई हैं।
तकनीकी खामियां शीघ्र होंगी दूर : कारवाई के दौरान अनेक तकनीकी खामियां सामने आई है। इसका फायदा उठाकर संदिग्धों ने श्रध्दालु और देवस्थान के साथ धोखाधड़ी की। पुलिस कारवाई के बाद संबंधित यंत्रणा में कई प्रकार के सुधार आवश्यक होने के कारण इस पर मंदिर प्रशासन के अध्यक्ष के साथ चर्चा हुई। इसके बाद इसमें सुधार करने के लिये तत्काल कारवाई करने का निर्णय लिया गया।
Created On :   25 July 2025 7:04 PM IST