New Delhi News: मंडाविया ने कहा - युवाओं में नशे का सेवन देश के लिए गंभीर खतरों में एक

- वाराणसी में तीन दिवसीय युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन का किया आयोजन
- युवाओं में नशे का सेवन देश के लिए गंभीर खतरों में एक
- सम्मेलन का विषय नशामुक्त युवा फॉर विकसित भारत
New Delhi News. मादक द्रव्यों का सेवन भारतीय युवाओं के कल्याण और क्षमता के लिए और देश के विकास पथ के लिए सबसे गंभीर खतरों में एक है। इसके मद्देनजर सरकार ने हाल ही में 18 से 20 जुलाई तक वाराणसी में तीन दिवसीय ‘युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन’ का आयोजन किया था। इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘नशामुक्त युवा फॉर विकसित भारत’ था। केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में यह जानकारी दी। भाजपा सांसद अशोक चव्हाण के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में मंडाविया ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन में 120 से अधिक आध्यात्मिक संगठनों की युवा शाखाओं के प्रतिनिधि और विभिन्न क्षेत्र विशेषज्ञ, मंत्रालय और अन्य संगठन नशा मुक्त भारत के लिए एक व्यापक, युवा-नेतृत्व वाली राष्ट्रीय रणनीति विकसित करने के लिए एक साथ आए। इस विचार-विमर्श का समापन नशा मुक्त भारत के प्रति एक सर्वसम्मति-आधारित कार्य एजेंडा-काशी संकल्प के विमोचन के साथ हुआ।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश भर के विभिन आध्यात्मिक संगठनों की युवा शाखाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 600 युवा प्रतिनिधियों ने इस शिखर सम्मेलन में भाग लिया। प्रतिनिधि आम तौर पर 25-40 वर्ष की आयु वर्ग के थे। मंत्रालय ने संस्कृति मंत्रालय से संबद्ध संगठनों और अन्य संबंधित निकायों से परामर्श किया। उनकी रूचि और सहभागिता की इच्छा के आधार पर पूरे भारत के आध्यात्मिक संगठनों का औपचारिक निमंत्रण दिए गए।
Created On :   17 Aug 2025 5:17 PM IST