चारा छावनियों पर खर्च हुए 1060 करोड़ 26 लाख, औरंगाबाद में वितरित हुए 479.83 करोड़ रुपए

1060 crore 26 lakh spent on fodder cantonments in state
चारा छावनियों पर खर्च हुए 1060 करोड़ 26 लाख, औरंगाबाद में वितरित हुए 479.83 करोड़ रुपए
चारा छावनियों पर खर्च हुए 1060 करोड़ 26 लाख, औरंगाबाद में वितरित हुए 479.83 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में साल 2019 में सूखे की स्थिति के कारण जानवरों को चारा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई चारा छावनियों पर 1060 करोड़ 26 लाख रुपए खर्च हो गए। राज्य के राहत व पुर्नवसन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इसके अनुसार पिछले साल नौ महीने में चारा छावनी पर सबसे अधिक निधि औरंगाबाद विभाग में खर्च हुई है। औरंगाबाद विभाग में 479.83 करोड़ रुपए चारा छावनियों को वितरित किए गए हैं।

पुणे विभाग की चारा छावनियों पर 298.75 करोड़ रुपए खर्च हुए। नाशिक विभाग की चारा छावनियों के लिए 263.49 करोड़ रुपए खर्च किए गए। जबकि सरकार ने चारे की उपलब्धता के लिए पशुसंवर्धन विभाग को 18.19 करोड़ रुपए वितरित किए। पिछले साल में औरंगाबाद, बीड़, उस्मानाबाद, जालना, परभणी, बुलढाणा, अहमदनगर, नाशिक, पुणे सातारा, सोलापुर और सांगली जिले में चारा छावनी शुरू थी।

20 जून 2019 को सबसे अधिक 1601 चारा छावनी शुरू थी। इस दिन चारा छावनियों में 10 लाख 72 हजार 134 जानवर थे। राज्य में संतोषजनक बारिश के बाद 31 अक्टूबर 2019 को चारा छावनियों को बंद कर दिया गया था। इसके बाद चारा छावनी मालिकों को विभागीय आयुक्त के माध्यम से निधि वितरित की गई। इससे पहले तत्कालीन सरकार ने राज्य में सूखे की स्थिति की घोषणा के बाद जनवरी 2019 में चारा छावनी शुरू करने का फैसला किया था। 

 

Created On :   17 Jan 2020 2:37 PM GMT

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