15 जुलाई तक आएगा 10वीं का रिजल्ट, बाद में तय होगी सीईटी की तारीख

10th result will come till July 15th, CET date will be decided later
15 जुलाई तक आएगा 10वीं का रिजल्ट, बाद में तय होगी सीईटी की तारीख
15 जुलाई तक आएगा 10वीं का रिजल्ट, बाद में तय होगी सीईटी की तारीख

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य सरकार ने बांबे हाईकोर्ट को सूचित किया है कि 15 जुलाई 2021 तक कक्षा दसवी (एसएससी) का रिजल्ट अपेक्षित है। रिजल्ट आने के बाद ही कक्षा 11 वी में प्रतिष्ठित कालेज में एडमिशन के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) की तारीख तय की जाएगी। अतिरिक्त सरकारी वकील ज्योति चव्हाण ने हाईकोर्ट को यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अगस्त के पहले सप्ताह तक सीईटी की परीक्षा आयोजित होने की संभावना कम है। एसएससी (10वीं) का रिजल्ट आने के बाद ही सीईटी की तारीख तय की जाएगी। न्यायमूर्ति आरडी धानुका व न्यायमूर्ति रियाज छागला की खंडपीठ ने सरकारी वकील चव्हाण को इस विषय पर एक सप्ताह के भीतर हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया है। खंडपीठ ने कहा कि सरकारी वकील की ओर से दी गई जानकारी के मद्देनजर हम याचिका पर कोई अंतरिम आदेश नहीं जारी कर रहे हैं। 

इससे पहले याचिकाकर्ता की ओर से खंडपीठ को बताया गया कि राज्य सरकार ने सीईटी के पाठ्यक्रम को लेकर अधिसूचना जारी की है, लेकिन परीक्षा की तारीख को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस पर सरकारी वकील ने कहा कि 15 जुलाई तक एसएससी का रिजल्ट आना अपेक्षित है। इसके बाद ही सीईटी की तारीख तय की जाएगी। याचिका में कक्षा में 11 वीं में एडमिशन के लिए सीईटी के आयोजन को भेदभावपूर्ण बताया गया है। 

याचिका में दावा किया गया है कि सीईटी का पाठ्यक्रम पूरी तरह से एसएससी बोर्ड के पाठ्यक्रम पर आधारित है। जबकि आईसीएसई बोर्ड़ का पाठ्यक्रम व विषय एसएससी बोर्ड के पाठ्यक्रम से बिल्कुल भिन्न होते हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो सीईटी का आयोजन भेदभावपूर्ण है। इसलिए याचिका पर सुनवाई पूरी होने तक सरकार की ओर से सीईटी की परीक्षा के विषय में राज्य सरकार की ओर से 28 मई 2021 को जारी अधिसूचना पर रोक लगाई जाए। क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत मिले समानता के अधिकार का उल्लंघन करती है। याचिका के मुताबिक आईसीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को कक्षा दसवीं में विज्ञान व गणित छोड़ने की छूट होती है। जबकि एसएसई बोर्ड मे ऐसा नहीं है। इस लिहाज से भी आईसीएसई बोर्ड़ के विद्यार्थियों को सीईटी की परीक्षा में दिक्कत आएगी। 

तीसरी लहर की आशंका के बीच सीईटी क्यों 

याचिका में कहा गया है कि सरकार ने कोरोना संकट का हवाला देकर कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द की है और सीईटी की परीक्षा प्रत्यक्ष रुप से आयोजित करने की तैयारी हो रही है। जबकि अभी कोरोना की तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही। जिसमें बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका है। क्योंकि परीक्षा के दौरान काफी भीड़ होगी। इसी भीड़ को रोकने के लिए कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द की गई है तो फिर सीईटी का प्रत्यक्ष आयोजन क्यो किया जा रहा है।  । 

तो महाराष्ट्र बोर्ड़ के छात्रों को ही मिलेगा एडमिशन 

याचिका के मुताबिक कक्षा दसवीं में महाराष्ट्र बोर्ड़ में 16 लाख विद्यार्थी है। सीईटी परीक्षा को लेकर सरकार की अधिसूचना के मुताबिक कॉलेज सीटे पहले उन विद्यार्थियों को आवंटित की जाएगी, जो विद्यार्थी सीईटी देंगे। इस तरह से यदि एसएससी बोर्ड के 16 लाख में से आधे विद्यार्थी भी सीईटी देंगे तो सारी सीटे एसएससी बोर्ड़ के विद्यार्थियों को मिल जाएगी। बची सीटों पर दूसरे विद्यार्थियों को एडमिशन मिलेगा। इसलिए सीईटी की परीक्षा से जुड़े आदेश पर रोक लगाई जाए। खंडपीठ ने 22 जुलाई 2021 को इस अब इस याचिका पर सुनवाई रखी है
 

Created On :   5 July 2021 9:10 PM IST

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