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13,651 करोड़ की सिंचाई परियोजना से विदर्भ और मराठवाड़ा में जान फूंकेगी केन्द्र सरकार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त विदर्भ और मराठवाडा की अधर में लटकी 91 सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 13651 करोड़ रुपए की मंजूरी प्रदान की है। सरकार के प्रस्ताव के अनुसार इन परियोजनाओं को वर्ष 2022-23 तक पूरा किया जाना है, लेकिन केन्द्रीय जल संसाधान मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि इन परियोजनाओं को अगले वर्ष मई तक पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि यह परियोजनाएं पूरी हो जाने पर करीब 10 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा सकेगी। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की हुई बैठक में इस संदर्भ में फैसला लिया गया। उन्होने कहा कि हालांकि सिंचाई राज्य का विषय है, लेकिन पहली बार केन्द्र सरकार ने आगे बढ़कर राज्य सरकार को मदद करने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि इन परियोजनाओं का पूरा हो जाना किसानों के लिए सुनहरे युग की शुरुआत होगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में शुरु की गई इन परियोजनाओं को अधूरा छोड़ दिया था। अगर यह योजनाएं पूरी हो जाती तो प्रदेश के किसानों के सामने सिंचाई का संकंट खड़ा नही होता। इसके लिए दोनों इलाकों की ऐसी परियोजनाओं को चुना गया जिनका 50 प्रतिशत से अधिक काम पूरा किया जा चुका है। इन पर राज्य सरकार द्वारा पहले ही 11552.15 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है। इन्हे पूरा करने के लिए और 13651.61 करोड़ रुपये खर्च किए जाने है।
मंत्री ने बताया कि मंजूर की गई राशि में से 25 प्रतिशत यानी 3831 करोड़ रुपये केन्द्र सरकार द्वारा मदद के तौर पर देगी, जबकि शेष 9820 करोड़ रुपये राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से महाराष्ट्र सरकार को कर्ज के रुप में दिए जायेंगे। इतना ही नही इन परियोजनाओं पर राज्य सरकार को पिछले वर्ष खर्च की गई रकम के 25 प्रतिशत अंशदान के रुप में 418.51 करोड़ रुपये भी केन्द्र सरकार दिए जायेंगे। उन्होने कहा कि यह वित्तिय सहायता महाराष्ट्र सरकार की बलीराजा जल संजीवनी योजना के तहत दिए गए है।
अधर में लटकी 14 जिलों की जिन 91 सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के चुना गया है उनमें विदर्भ के अमरावती, अकोला, वाशिम, यवतमाल, बुलढाना और वर्धा की कुल 66 और मराठवाडा के औरंगाबाद, जालना, नांदेड, लातूर और बीड की 17 परियोजनाएं है। इसके अतिरिक्त 8 बड़ी और मझोली सिंचाई परियोजनाएं भी हैं।
सूखाग्रस्त विदर्भ और मराठवाडा की परियोजनाएं
जिला |
परियोजनाएं |
बकाया लागत |
बकाया सिंचाई क्षमता (है) |
विदर्भ |
|||
अमरावती |
18 |
922.81 |
22010 |
अकोला |
7 |
604.29 |
9395 |
वाशिम |
18 |
449.89 |
10902 |
यवतमाल |
14 |
462.11 |
8330 |
बुलढ़ाना |
8 |
580.4 |
6024 |
वर्धा |
1 |
87.37 |
1600 |
मराठवाड़ा |
|||
औरंगाबाद |
5 |
142.23 |
1849 |
जालना |
6 |
725.42 |
5284 |
नांदेड़ |
2 |
52.69 |
1458 |
लातूर |
3 |
89.25 |
1923 |
बीड |
1 |
14.03 |
790 |
बड़ी/मझोली परियोजनाएं |
8 |
9521.13 |
307350 |
कुल सिंचाई परियोजनाएं |
91 |
13651.61 |
376915 |
Created On :   18 July 2018 2:35 PM GMT