रखे-रखे सड़ गया गरीबों को बंटने वाला 14 हजार मीट्रिक टन गेंहू

बोरों में ऊगने लगे पौधे, दाना पड़ गया काला, जिम्मेदारों पर मेहरबान अफसर रखे-रखे सड़ गया गरीबों को बंटने वाला 14 हजार मीट्रिक टन गेंहू


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। गरीबों को बांटने के लिए भंडारित किया गया अनाज रखे-रखे खराब हो गया। जिन अफसरों को अनाज को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी थी वे ही अनजान बने रहे। 16 महीने बाद हालात यह है कि अब यह अनाज इंसानों को खिलाने लायक नहीं बचा। अफसरों की लापरवाही से 26 करोड़ से ज्यादा का अनाज ओपन कैप में रखे-रखे खराब हो गया। मामला चौरई के चंदनवाड़ा ओपन कैप का है। जहां 14 हजार मीट्रिक टन गेंहू खराब हुआ है।
जानकारी अनुसार साल 2020 में उपार्जन के बाद 47 हजार मीट्रिक टन गेंहू चंदनवाड़ा के ओपन कैप में रखा गया था। मार्कफेड को इस गेंहू के रख-रखाव की जिम्मेदारी दी गई थी। सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के जरिए इस गेंहू को गरीबों तक पहुंचाया जाना था। बीते दिनों जब दोनों ही विभाग के अफसर गेंहू का निरीक्षण करने पहुंचे तो हकीकत सामने आई।
ओपन कैप का नजारा
- गेंहू के बोरों की छल्लियों से उठ रही बदबू।
- अनाज के बोरों से पौधे निकल आए।
- अनाज के दाने काले पड़ गए हैं।
- सुरक्षित बचा अनाज भी सडऩे की कगार पर।
लापरवाही की ये वजह, अधिकारी मौन
- क्या उपार्जन के दौरान परिवहन में भीगा गेंहू रखा गया
- भंडारण के दौरान सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए
- शराब फैक्ट्रियों को फायदा पहुंचाने अनाज सड़ाया गया
- गोदाम खाली होने के बाद भी अनाज को शिफ्ट क्यों नहीं किया गया
सेग्रीगेशन के आदेश, टीम बनाई
मार्कफेड ने खराब हो रहे गेंहू के सेग्रीगेशन के आर्डर दिए हैं। ब्लॉक लेबल पर गोदाम प्रभारी, सहकारी बैंक व नान के अधिकारियों को टीम में शामिल किया है। सेम्पल लेकर अनाज की जांच खाद्य विभाग की मदद से कराई जा रही है।
26 करोड़ का नुकसान, जिम्मेदार कौन
सरकारी खजाने से गरीबों के लिए किसानों की उपज 2020 में खरीदी गई थी। 1925 रुपए समर्थन मूल्य पर इस गेंहू की खरीदी गई थी। सिवनी जिले में भंडारण की व्यवस्था नहीं होने से चौरई के चंदनवाड़ा ओपन कैप में 47 हजार हजार मीट्रिक टन गेंहू भंडारित किया गया था। जिसकी सरकारी कीमत 26 करोड़ रुपए से ज्यादा है। लापरवाही से खराब हुए अनाज के लिए अब तक जिम्मेदारी तय नहीं हुई है।
इनका कहना है
लम्बे समय से अनाज के भंडारण के कारण ऐसी स्थिति बनी है। नान को भंडारित अनाज को उठाने कई बार पत्र भी लिखा गया था। करीब 16 माह से ओपन कैप में गेंहू भंडारित था। अनाज अभी खराब होना शुरु हुआ है, सेग्रीगेशन के आदेश दिए हैं, ब्लॉक लेबल पर टीम भी बनाई गई है।
-हीरेंद्र रघुवंशी, डीएमओ मार्कफेड

Created On :   20 Oct 2021 5:20 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story