फेल होने के डर से भागा युवक चार साल बाद मिला

15 year old boy ran away from his home, found after four years
फेल होने के डर से भागा युवक चार साल बाद मिला
फेल होने के डर से भागा युवक चार साल बाद मिला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। चार साल पहले अपने परिवार से बिछड़े एक युवक को ठाणे पुलिस फिर से मिलाने में कामयाब रही है। साल 2015 के मार्च में जब युवक गायब हुआ था तो सिर्फ 15 साल का था। उस वक्त पुलिस ने परिवार वालों की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज किया था। कुछ दिनों बाद परिवार को एक लाख रुपए फिरौती के लिए फोन आया। पुलिस ने मामले में एक नाबालिग समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन लड़का बरामद नहीं हुआ था। अब खुलासा हुआ है कि लड़का अगवा ही नहीं हुआ था बल्कि नवीं कक्षा में फेल होने पर पिटाई के डर से घर से भाग गया था। युवक के बारे में पुलिस को तब सुराग मिला जब उसने एक बैंक में खाता खोलने की कोशिश की।

यह मामला ठाणे पुलिस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। क्योंकि बच्चे के पिता फूलचंद्र चंद्रा ने मामले में जुलाई 2015 को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर जांच सीबीआई या मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंपने की मांग की थी। हालांकि अदालत ने मामले की जांच ठाणे अपराध शाखा को करने के आदेश दिए। डीसीपी दीपक देवराज ने बताया कि तीन साल से ज्यादा समय से हम युवक की तलाश के लिए अथक प्रयास कर रहे थे। पुलिस लगातार युवक से जुड़ी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही थी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि 22 जनवरी को सुमेध फूलचंद्र चंद्रा नाम से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की नेरुल शाखा में बचत खाता खोलने की अर्जी की गई है। इसके बाद पुलिस ने बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे के करीब सुमेध को उस वक्त पकड़ा जब वह खाता खोलने से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने आया था। 

पिटाई के डर से हुआ था फरार 
पूछताछ में सुमेघ ने बताया कि उसे डर था कि वह नवीं कक्षा में फेल हो जाएगा जिसके बाद घर पर पिटाई होगी। इसीलिए वह किसी को कुछ बताए बिना भाग गया था। वह अपने एक दोस्त के साथ नेरुल इलाके में रह रहा था और कैटरिंग में वेटर का काम कर गुजर बसर कर रहा था।

गिरफ्तार आरोपियों को मिलेगी राहत
फिरौती मांगने के आरोप में नाबालिग समेत जिन तीन लोगों को पकड़ा गया था उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। अब जानकारी सामने आई है कि पकड़े गए आरोपी चंद्रा के घर के पास ही कामकाज कर रहे थे। उनकी परिवार से पहचान हो गई थी। लड़के के लापता होने की जानकारी मिली तो  उन्होंने सोचा कि इसी बहाने परिवार से कुछ वसूली कर लिया जाए। आरोपियों ने फोन कर परिवार से एक लाख रुपए मांगे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। डीसीपी देवराज ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अब अगवा करने से जुड़ी धाराएं कम की जाएंगी।    

 

Created On :   30 Jan 2019 8:38 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story