16 वर्षीय छात्रा ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा-मेरी मौत का जिम्मेदार है पुलिस आरक्षक

16-year-old student hanged, wrote in suicide note - police constable is responsible for my death
16 वर्षीय छात्रा ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा-मेरी मौत का जिम्मेदार है पुलिस आरक्षक
16 वर्षीय छात्रा ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा-मेरी मौत का जिम्मेदार है पुलिस आरक्षक


डिजिटल डेस्क शहडोल।  जैतपुर थानांतर्गत ग्राम साखी में रविवार को 16 वर्षीय एक छात्रा ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। उसके पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए जैतपुर थाने के एक आरक्षक को जिम्मेदार ठहराया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। फिलहाल मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार किशोरी की मां खेत की ओर गई हुई थी। घर में उसकी छोटी बहन थी। वह पानी लेने के लिए गई, लौटकर देखा कि कमरे का दरवाजा भीतर से बंद है। बड़ी बहन दिखाई नहीं दे रही है। शंका वश दरवाजे के दर्रे से झांक कर देखा कि वह फांसी पर लटकी है। आनन फानन में आस पड़ोस लोगों को बुलाकर दरवाजा तोड़कर किशोरी को नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की। मौके से एक पत्र बरामद हुआ, जिसमें किशोरी ने अपनी की वजह स्पष्ट किया है।
पहले से लाइन
अटैच है आरक्षक-
बताया गया है कि पुलिस आरक्षक गुड्डू यादव पहले से ही लाइन अटैच है। उसकी ड्यूटी डायल १०० वाहन में थी। कुछ समय पहले जैतपुर थानंातर्गत एक गांव में बाइक में आग लगने की सूचना के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचा था। सूचना पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उसे लाइन अटैच किया गया था। तीन दिन पहले ही उसने लाइन में आमद दी थी। अब छात्रा के आत्महत्या मामले में नाम आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की हो रही है, इसमें और कठोर कार्रवाई होने की बात सामने आ रही है।
इनका कहना है-
 किशोरी ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। उसके पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आरक्षक का नाम है। आरक्षक को सस्पेंड कर पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अवधेश कुमार गोस्वामी
एसपी शहडोल

यह लिखा सुसाइट नोट में -
किशोरी के कमरे से पुलिस को मिले पत्र में उसने आत्महत्या की वजह बताई है। उसने लिखा कि- मेरे मरने के पीछे किसी और का हाथ नहीं है, बल्कि जैतपुर का पुलिस गुड्डू यादव का हाथ है। इसलिए अगर कोई कानूनी कार्रवाई हो रही हो तो किसी और पे नहीं बल्कि गुड्डू यादव पे हो। गुड्डू यादव के साथ तीन और लोग शामिल हैं जो कि मेरे और गुड्डू यादव के बारे में सब जानते हैं। उनके नाम हैं विपिन, शिव कुमार व पुष्पेंद्र। पुलिस के अनुसार शिव कुमार व पुष्पेंद्र जैतपुर थाने में ही हैं, जबकि विपिन महिला आरक्षक का भाई है। मौके पर जैतपुर टीआई व धनपुरी एसडीओपी पहुंचे थे। जिन्होंने जांच पड़ताल शुरु की।

Created On :   8 Nov 2020 3:49 PM GMT

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