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दैनिक भास्कर हिंदी: ठेेकेदार के चंगुल से छुड़ाए 19 बंधुआ मजदूर, ओडीशा से ले जाए जा रहे थे आंध्र प्रदेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन पर मंगलवार की मध्यरात्रि 19 बंधुआ मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से छुड़ाया गया। भट्टों पर काम कराने के लिए आंध्र प्रदेश ले जाए जा रहे मजदूरों में 8 पुरुष, 8 महिलाएं और 2 किशोर सहित एक किशोर शामिल हैं। उन्हें ले जाने वाले ठेकेदार को दबोच लिया गया है। जीआरपी एलसीबी स्कॉड, चाइल्ड लाइन व बाल संरक्षण दल ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। समरसता एक्सप्रेस से बंधुआ मजदूरों को आंध्र प्रदेश ले जाया जा रहा था। जिला बाल संरक्षण दल को इसकी गुप्त सूचना मिली। दिल्ली के इंडियन जस्टिस मिशन स्वयंसेवी संस्था से फोन पर यह सूचना दी गई थी। सूचना के आधार पर जीआरपी एलसीबी स्कॉड, चाइल्ड लाइन और बाल संरक्षण दल की टीम ट्रेन आने से पहले ही रेलवे स्टेशन पर तैनात रही। मंगलवार आधी रात एक बजे के लगभग समरसता एक्सप्रेस स्टेशन पहुंचते ही बंधुआ मजदूरों को ढूंढ निकाला। उन्हें ट्रेन से उतार लिया गया। उनके साथ ठेकेदार रीक्षा मुदली मौजूद था। उसे पुलिस ने दबोच लिया।
एक किशोरी की सूझबूझ से मिला सुराग
बंधुआ मजदूरों में दो किशोरियां हैं। इसमें एक किशोरी ने दिल्ली की स्वयंसेवी संस्था को फोन किया और बताया कि उन्हें ईंट भट्टों पर काम कराने के लिए जबरदस्ती आंध्र प्रदेश ले जाया जा रहा है। किशोरी की सुझबुझ से बंधुआ मजदूरी का सुराग मिला।
हमेशा ले जाए जाते हैं मजदूर
ठेेकेदार के चंगूल से छुड़ाए गए किशोरियों ने बाल संरक्षण दल को बताया कि बलांगीर जिले से हमेशा मजदूरों को आंध्र प्रदेश ले जाया जाता है। ईंट भट्टों पर तड़के 3 बजे से सुबह 11 बजे और दोपहर 3 बजे से रात 11 बजे तक मनचाही मेहनत कराई जाती है। उन्हें ले जा रहा ठेकेदार उन्हीं के बलांगीर जिले का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि जिले में ऐसे अनेक ठेकेदार सक्रीय है।
मेहनताना भी नहीं मिलता
जिले में अनेक गरीब परिवार है। खेती का काम हो जाने पर ईंट भट्टों पर काम करने के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं। ठेकेदार उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं। जरुरत पड़ने पर उन्हें एडवांस के नाम पर चंद रुपए देते हैं। उनसे ईंट भट्टों पर काम कराने के लिए ले जाया जाता है। काम कराने के बाद मेहनत भी नहीं दिया जाता। उन्हें वहां से भगा दिया जाता है। इससे पहले भी उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया गया है।
बलांगीर की टीम सुबह पहुंची
बंधुआ मजदूर मिलने पर बलांगीर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर बलांगीर जिले की पुलिस और बाल संरक्षण दल की टीम रात में ही नागपुर के लिए रवाना होकर सुबह 8 बजे नागपुर पहुंची। मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूरों को बलांगीर से आई टीम के हवाले कर दिया गया। उन्हें लेकर टीम वापस रवाना हुई। बलांगीर में ठेकेदार के खिलाफ बंधुआ मजदूरी प्रतिबंधक कानून और बाल मजदूरी प्रतिबंधक कानून अंतर्गत मामला दर्ज किए जाने की जानकारी मिली है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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