बीयर बार संचालक से रिश्वत लेते धराए राज्य उत्पादन शुल्क के दो कर्मी

2 of state excise duty taking bribe from beer bar operator, arrest
बीयर बार संचालक से रिश्वत लेते धराए राज्य उत्पादन शुल्क के दो कर्मी
बीयर बार संचालक से रिश्वत लेते धराए राज्य उत्पादन शुल्क के दो कर्मी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में बीयर बार संचालक से 12000 की रिश्वत लेते हुए राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के पुलिस निरीक्षक संजय मीठारी और सिपाही बालाजी राठौर को दबोचा गया। शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन ब्यूरो ने जाल बिछाया, जिसके बाद दोनों को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया। 

अवैध शराब के कारोबार से जुड़े 11 आरोपी होंगे तड़ीपार
उधर राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 11 आरोपियों का रिकार्ड उपविभागीय अधिकारी के पास भेजा गया है। इनका बांड तैयार किया जा रहा है। उसके बाद इन्हें तड़ीपार किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के जंगलों में अवैध शराब भट्टियों पर जहरीली शराब बनाई जा रही है। शराब के ड्रमों को जमीन के अंदर गड्ढे में गड़ाकर रखा जाता है। महुआ शराब बनाने के लिए नाले का पानी उपयोग किया जा रहा है। राज्य उत्पादन शुल्क विभाग ने एक सप्ताह में 50 से ज्यादा अवैध शराब भट्टियों को नष्ट कर चुका है। इन शराब भट्टियों से हजारों लीटर महुआ शराब, साडवा नष्ट व देसी शराब नष्ट की जा चुकी है। इसके साथ ही 50 से अधिक अवैध शराब तस्करों-विक्रेताओं के खिलाफ नागपुर जिले में कार्रवाई की जा चुकी है।  

इन आरोपियों पर हुई कार्रवाई
राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के दस्ते अब तक सुस्त पड़े हुए थे। उनकी कार्रवाई को जंग सा लग गया था। कुछ अधिकारियों के आ जाने से सुस्त पड़े अलग-अलग दस्ते में नई ऊर्जा संचारित हो गई है। यह दस्ते रोजाना कोई न कोई कार्रवाई कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार सावनेर तहसील के अंतर्गत उमरी खदान व केलवद में दस्ते ने 5 अवैध शराब भट्टियों पर छापा मारा।  150 लीटर तैयार महुआ शराब व 5200 लीटर रसायन जब्त कर नष्ट किया गया। 

अवैध बियर बारों पर कार्रवाई
शहर के कई क्षेत्रों में अवैध बियर बारों के चलाए जाने की चर्चा है। सूत्रों के अनुसार शहर से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र में कई अवैध बियर बार चलाए जा रहे हैं। कुछ बारों में नेम प्लेट तक नहीं लगे हैं। कुछ जगह पर एक ही नाम के दो बार भी चल रहे हैं। नागरिकों की मांग है कि डबल नामों पर चलने वाले बारों की जांच होनी चाहिए। ढाबों और सावजी होटलों के संचालकों व वहां बैठकर शराब पीने वाले पियक्कड़ों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन अवैध तरीके से चलाए जा रहे बियर बारों के खिलाफ राज्य उत्पादन शुल्क विभाग कब कार्रवाई करेगा। बेलतरोड़ी, एमआईडीसी, कलमना, कामठी सहित अन्य कई स्थानों पर बियर बार चल रहे हैं। 

 


 

Created On :   2 Feb 2019 1:48 PM GMT

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