सालभर में किसान परिवारों में जन्मी 2177 बेटियां, पल्लवित हुए 22 हजार पौधे

2177 daughters are born in farmers family throughout the year
सालभर में किसान परिवारों में जन्मी 2177 बेटियां, पल्लवित हुए 22 हजार पौधे
सालभर में किसान परिवारों में जन्मी 2177 बेटियां, पल्लवित हुए 22 हजार पौधे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार के वन विभाग की कन्या वन समृद्धि योजना के तहत साल 2018 में बरसात के मौसम में किसान परिवारों में 2 हजार 177 बेटियों के जन्म के बाद 21 हजार 770 पौधे लगाए गए हैं। सोमवार को सरकार के वन विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई। कन्या वन समृद्धि योजना के तहत किसानों के घर बेटियों के जन्म पर सरकार की तरफ से 10 पौधे लगाने के लिए दिए जाते हैं। इस योजना के तहत पुणे विभाग में साल 2018 के बारिश में 971 बच्चियों के जन्म के बाद सर्वाधिक 9 हजार 710 पौधों का वितरण किया गया। 

नागपुर में 6740 पौधों का वितरण
नागपुर विभाग में 674 बेटियों के जन्म के बाद 6 हजार 740 पौधों का वितरण किया गया। अमरावती विभाग में 438 बेटियों के जन्म के बाद 4 हजार 380 पौधे लगाए गए। वहीं औरंगाबाद, नाशिक और ठाणे विभाग में इस योजना के तहत पौधों वितरित किए गए। किसान परिवार में जन्मी बेटी के अभिभावकों को संबंधित ग्राम पंचायत में बेटी का नाम पंजीयन करना पड़ता है। ग्राम पंचायत में योजना के लिए आवेदन के लिए फार्म भरने के बाद वन विभाग की तरफ से सागौन के 5 पौधों के अलावा आम, कटहल, जामुन सहित अन्य पौधे दिए जाते हैं। 

वैकल्पिक आय का स्त्रोत विकसित – वनमंत्री
प्रदेश के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि बेटी के जन्म के बाद लगाए गए पौधों के वृक्ष बन जाने के बाद वैकल्पिक आय का स्त्रोत विकसित हो सकेगा। बेटी के विवाह के समय सागौन के पेड़ों से मिलने वाले पैसे उपयोगी साबित होंगे। 

Created On :   14 Jan 2019 9:15 PM IST

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