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जानिए - क्या है 30-30-40 Percent formula, 12वीं की परीक्षा परिणाम के लिए घोषित हुई मूल्यांकन पद्धति
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए महाराष्ट्र बोर्ड ने कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों के मूल्यांकन की कार्यपद्धति घोषित कर दी है। सरकार ने कक्षा 12 वीं के छात्रों का रिजल्ट घोषित करने के लिए 30-30-40 प्रतिशत का फार्मूला तय किया है। इसी फार्मूले के आधार पर कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों को उत्तीर्ण किया जाएगा। शुक्रवार को सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है। इसके अनुसार कक्षा 12 वीं के परीक्षा परिणाम के लिए विद्यार्थियों का महाराष्ट्र बोर्ड के कक्षा 10 वीं की परीक्षा में सबसे अधिक मिले हुए विषयों के औसत अंक का 30 प्रतिशत, कक्षा 11 वीं के वार्षिक मूल्यांकन के विषयवार अंक का 30 प्रतिशत और कक्षा 12 वीं के साल भर के आंतरिक मूल्यांकन के प्रथम सत्र परीक्षा, अध्ययन परीक्षा, अध्ययन जांच और अन्य मूल्यांकन के विषयवार 40 प्रतिशत अंकों के आधार पर परिणाम घोषित किए जाएंगे।
वहीं कक्षा 12 वीं की पुनर्परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के मूल्यांकन के लिए 50-50 प्रतिशत का फार्मूला तय किया गया है। इसके अनुसार विद्यार्थियों का कक्षा 10 वीं के महाराष्ट्र बोर्ड की परीक्षा में सबसे अधिक अंक मिले हुए तीन विषयों का औसत अंक का 50 प्रतिशत और महाराष्ट्र बोर्ड के पहले की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए विषयों में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत अंकों के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। जबकि फार्म नंबर 17 भरकर परीक्षा देने वाले निजी विद्यार्थियों के लिए मूल्यांकन पद्धति 50-50 प्रतिशत अंकों के फार्मूले के अनुसार तय की गई है। निजी विद्यार्थियों को रिजल्ट कक्षा 10 वीं की महाराष्ट्र बोर्ड की परीक्षा में सबसे अधिक अंक मिलने वाले तीन विषयों का औसत अंक का 50 प्रतिशत और कक्षा 12 वीं के गृह कार्य, परियोजना और अभ्यास जांच व आंतरिक मूल्यांकन के विषयवार अंकों के 50 प्रतिशत अंकों के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
31 जुलाई तक घोषित होंगे 12वीं के रिजल्ट
प्रदेश की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि कक्षा 12 वीं के परीक्षा परिणाम 31 जुलाई तक घोषित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि कक्षा 12 वीं के मूल्यांकन के लिए महाविद्यालय के स्तर पर प्राचार्य की अध्यक्षता में एक परीक्षा समिति बनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने परीक्षा परिणाम घोषित करते समय किसी प्रकार की गलत व भ्रामक जानकारी देने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं। गायकवाड ने कहा कि कक्षा 12 वीं के मूल्यांकन के जरिए प्राप्त अंकों से कोई विद्यार्थी असंतुष्ट होंगा तो उसे कोरोना संकट खत्म होने के बाद दो परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
Created On :   2 July 2021 9:13 PM IST