छत पर सो रहे 4 साल के बालक की नौ हाथियों से मुश्किल से बची जान

4-year-old boy sleeping on the terrace barely survived from nine elephants
छत पर सो रहे 4 साल के बालक की नौ हाथियों से मुश्किल से बची जान
जयसिंहनगर के हिड़वा पहुंचा हाथियों का दल छत पर सो रहे 4 साल के बालक की नौ हाथियों से मुश्किल से बची जान

डिजिटल डेस्क शहडोल। जयसिंहनगर रेंज के हिड़वा ग्राम पंचायत में नौ हाथियों के दल ने बुधवार देरशाम दस्तक दी। उत्पात मचाया। इस दौरान शांति बाई पति स्वर्गीय योगेंद्र के छत पर सो रहे चार साल के बालक की जान पड़ोसियों ने मुश्किल से बचाई। हाथियों से छिपते-छिपाते बालक को छत से उतारकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। नौ हाथियों के दल द्वारा हिड़वा के अलावा रेउसा व पतेराटोला में भी नुकसान पहुंचाए जाने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है।
वनकर्मी रख रहे नजर
सीसीएफ शहडोल एलएन उइके ने बताया कि हाथियों के मूवमेंट पर वनकर्मी लगातार नजर रखे हुए हैं। बंगवार के आसपास सड़कों पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई थी। कोशिश की जा रही है कि हाथियों के मूवमेंट के कारण ग्रामीणों को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं हो।
30 दिन बाद फिर लौटा तीन हाथियों का दल, करकटी के जंगल में मूवमेंट
धनपुरी तीन हाथियों के दल ने 30 दिन बाद एक बार फिर दस्तक दे दी। गुरुवार सुबह हाथी बंगवार बसस्टैंड के समीप दिखे। इससे पहले तीन हाथियों का दल 19 अप्रैल को करकटी के जंगल से अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ फिर वहां से छत्तीसगढ़ चले गए थे। इस बार तीनों हाथी कोतमा से अनूपपुर होते हुए बंगवार पहुंचे हैं। गुरुवार शाम हाथियों का मूवमेंट करकटी के जंगल में रहा। छ्रत्तीसगढ़ से तीन हाथियों का दल 17 मई को अनूपपुर से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया है। गुरुवार सुबह बम्हौरी, बंगवार से हाथी अमलाई ओसीएम में दिखे। पहाड़ नुमा ओवी (मिट्टी) के ढेर पर चढ गए और चलते चलते सुबह 6 -7 बजे की तकरीबन बंगवार भूमिगत माइंस मैगजीन के पास पहुंच गए।

Created On :   19 May 2022 11:34 PM IST

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