47 प्रतिशत राशनकार्ड धारकों को मिला जून का अनाज, प्रति परिवार बंटा 35 किलो राशन 

47 percent ration card holders got food grains of June
47 प्रतिशत राशनकार्ड धारकों को मिला जून का अनाज, प्रति परिवार बंटा 35 किलो राशन 
47 प्रतिशत राशनकार्ड धारकों को मिला जून का अनाज, प्रति परिवार बंटा 35 किलो राशन 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रीय अन्न सुरक्षा योजना के तहत राज्य के 47 फीसदी राशन कार्ड धारकों को जून महीने का अनाज दिया जा चुका है। योजना के लाभार्थियों को 2 रूपए किलो की दर से गेहूं जबकि 3 रुपए प्रति किलो की दर से चावल दिया जाता है। इसके तहत प्रति परिवार 35 किलो तक अनाज दिया जाता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लाभार्थी राशन कार्ड धारकों को प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल और 1 किलो चने या तूर की दाल मुफ्त दिए जाने की भी प्रक्रिया चल रही है। खाद्य व आपूर्ति विभाग के नियंत्रक कैलाश पगारे ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 9 फ़ीसदी राशन कार्ड धारकों को 5 किलो मुक्त चावल दिया जा चुका है। साथ ही लाभार्थियों को 449 मीट्रिक टन दाल भी बांटी जा चुकी है। नागरिक खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से मिली जानकारी के  मुताबिक अन्न सुरक्षा योजना  का लाभ न पाने वाले केसरी कार्ड धारकों को भी अगर उनकी पारिवारिक आय वार्षिक 59 हजार रूपए से ज्यादा और 1 लाख रुपए से कम हो तो उन्हें भी 8 रुपए प्रति किलो गेहूं और 12 रुपए प्रति किलो की दर से चावल उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है। 

4 फीसदी केसरी कार्डधारकों ने लिया लाभ 

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते उपजे हालात के चलते सरकार ने लोगों को यह राहत दी ही। योजना के तहत जून महीने में प्रति व्यक्ति 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल दिए जाएंगे। हालांकि अब तक सिर्फ 4 फ़ीसदी केसरी राशन कार्ड धारकों ने इस योजना का फायदा उठाया है। इस योजना के तहत 538 मीट्रिक टन चावल और 813 मीट्रिक टन गेहूं बांटा जा चुका है। केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत वित्तीय सहायता पैकेज के तहत राज्यों में जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी मई और जून महीने में प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त चावल वितरित करने का निर्देश दिया गया है। इस योजना के तहत राज्य में अब तक 329 मीट्रिक टन चावल बांटा जा चुका है। इस योजना के तहत परिवारों को मुफ्त चने भी दिए जाएंगे।  नागरिक आपूर्ति विभाग ने लोगों से अपील की है कि सरकार के पास पर्याप्त अन्य भंडार मौजूद हैं और वह इस योजना का लाभ उठाएं।  


 

Created On :   15 Jun 2020 9:26 PM IST

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