एयरपोर्ट पर 58 की जांच में एक यात्री निकला पॉजिटिव, अब विमानों की संख्या बढ़ाने का हुआ निर्णय

58 checked at the airport, one passenger turned positive
एयरपोर्ट पर 58 की जांच में एक यात्री निकला पॉजिटिव, अब विमानों की संख्या बढ़ाने का हुआ निर्णय
एयरपोर्ट पर 58 की जांच में एक यात्री निकला पॉजिटिव, अब विमानों की संख्या बढ़ाने का हुआ निर्णय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य सरकार के निर्देशानुसार दिल्ली, गुजरात, गोवा, राजस्थान और एनसीआर से आने वाले सभी विमानों के यात्रियों को आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया है। जो यात्री रिपोर्ट लेकर नहीं आ रहे हैं, उनकी जांच एयरपोर्ट पर कराई जा रही है। शुक्रवार को आने वाले यात्रियों में 58 लाेगों की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को आई। एक यात्री पॉजिटिव पाया गया। शुक्रवार को 6 विमान नागपुर आए थे। इसमें  2 अहमदाबाद और 4 दिल्ली से आए थे। इसमें से 58 यात्रियों के पास जांच रिपोर्ट नहीं थी।  

विमानों की संख्या बढ़ाने का निर्णय

डीजीसीए ने हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या और मांग को ध्यान में रखते हुए विमानों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। डीजीसीए ने विमानों को 70 फीसदी से बढ़ाकर 80 फीसदी करने के निर्देश दिए हैं। इससे नागपुर में लखनऊ के साथ ही कोच्चि की उड़ान आरंभ होने की संभावना जताई जा रही है।
जल्द कनेक्टिविटी बढ़ेगी : मार्च में नागपुर से समर शेड्यूल में कुछ उड़ानें बढ़ने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग गया। 25 मई को उड़ानों की शुरुआत हुई और फिर धीरे-धीरे कई विमान उड़ान भरने लगे। शनिवार को चेन्नई की उड़ान भी नागपुर से आरंभ हो गई। अब लखनऊ और कोच्चि की उड़ान जल्द ही आरंभ होने की संभावना जताई जा रही है। नागपुर विमानतल पर अब तक करीब 70 फीसदी उड़ानें आरंभ हो चुकी हैं। डीजीसीए की अनुमति मिलने के बाद नागपुर सहित अन्य शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी। संतरानगरी विमानतल से दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता, बंगलुरु, अहमदाबाद, हैदराबाद की उड़ान सेवा हैं, जबकि चेन्नई की उड़ान शनिवार को आरंभ हुई। नागपुर से इंदौर, गोवा की उड़ान को बंद कर दिया गया है, जबकि प्रयागराज की उड़ान को काफी समय पहले बंद कर दिया गया था।  लॉकडाउन के बाद से नागपुर से अंतरराष्ट्रीय विमानों को उड़ान की अब तक अनुमति नहीं मिली है।

महामारी से निपटने पूरी तैयारी, अतिरिक्त स्टाफ करेगा कोरोना से लड़ने में सहायता

अगस्त और सितंबर में कोरोना महामारी से निपटने में भारी  परेशानियों का सामना करना पड़ा था। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं थीं। बड़ी समस्या मेडिकल स्टाफ की कमी थी। अब दूसरी लहर की आशंका को अस्पताल प्रशासन अभी से ही मुस्तैद है।  मेडिकल अस्पताल में करीब 16 लैब टेक्निशियन और डाटा इंट्री के लिए और 10 नर्स अतिरिक्त नियुक्त किए गए हैं। कोरोना के कारण आधे स्टाफ की ड्यूटी कोविड वार्ड में लगा दी जाती है। ड्यूटी के बाद उन्हें कम से कम 4 दिन क्वारेंटाइन भी रहना पड़ता है। ऐसे मंे स्टाफ की कमी नॉन-कोविड और कोविड दोनों तरह के मरीजों को प्रभावित करती है। इसके लिए मेडिकल अस्पताल में 8 एक्सरे टेक्निशियन, 8 लैब टेक्निशियन और करीब 10 नर्स की सेवाएं अतिरिक्त उपलब्ध कराई गई हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर कार्य करेंगे। 3 से 4 माह के कॉन्ट्रैक्ट पर स्टाफ नियुक्त किए गए हैं। 

Created On :   6 Dec 2020 10:24 AM GMT

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