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74 ‘लापता’ डाक्टर फिर से सरकारी सेवा में शामिल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अवैध तरीके से ड्यूटी से लापता सरकारी अस्पतालों के 74 डाक्टरों को फिर से सेवा में शामिल करने का फैसला स्वास्थ्य विभाग ने लिया है। इससे सरकारी व ग्रामीण अस्पतालों में डाक्टरों की संख्या बढ़ सकेगी। इन डाक्टरों को फिर ड्यूटी पर आने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है।
पूर्व सूचना दिए चले जाते हैं छुट्टी पर
दरअसल सरकारी अस्पतालों में कुछ समय की नौकरी के बाद बहुत से डाक्टर निजी प्रैक्टिस व निजी अस्पतालों से होने वाली मोटी कमाई के चक्कर में बगैर किसी पूर्व सूचना के लंबे समय तक ड्यूटी से गायब हो जाते हैं। लंबी कानूनी प्रक्रिया के चलते उनकी जगह पर नई नियुक्ति करना भी मुश्किल होता है। इसका दुष्परिणाम सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को सहना पड़ता है। डाक्टरों के इस तरह के रवैये से स्वास्थ्य विभाग भी परेशान था। अब लंबे समय से गैर हाजिर रहे सरकारी डाक्टरों में से 74 डाक्टरों ने फिर से सरकारी सेवा में आने की इच्छा जताई है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग अब इन्हें पुनः सेवा में लेने के लिए तैयार हो गया है। इससे अब सरकारी अस्पतालों को 74 अनुभवी डाक्टरों की सेवाएं मिल सकेंगी। इन डाक्टरों को राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य उपकेंद्रों, ग्रामीण अस्पतालों और उप जिला अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। अब इन सरकारी अस्पतालों के मरीजों को इनकी सेवा का लाभ मिल सकेगा।
15 दिन में करना होगा ज्वाइन
फिर सेवा में शामिल किए गए इन डाक्टरों को अ अधिकारी का दर्जा दिया गया है। उनकी सेवा को नई सेवा माना जाएगा और गैर हाजिरी की अवधि सेवा में नहीं शामिल होगी। इनको 2005 के बाद के सेवा नियमों के तहत सेवा निवृत्त लाभ मिलेगा। इन डाक्टरों की नियुक्ति से पहले 100 रुपए के स्टाम्प पेपर पर सहमति पत्र लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि नियुक्ति के बाद 15 दिनों के भीतर ड्यूटी ज्वाईन न करने वाले डाक्टरों को फिर से मौका नहीं दिया जाएगा।
Created On :   5 Jan 2019 7:13 PM IST