मंदाकिनी नदी पुनर्जीवन के लिए 75 करोड़ की योजना पर अमल शुरु -  एमपी-यूपी की साझा बैठक में हुआ मंथन

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
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मंदाकिनी नदी पुनर्जीवन के लिए 75 करोड़ की योजना पर अमल शुरु -  एमपी-यूपी की साझा बैठक में हुआ मंथन

डिजिटल डेस्क सतना। पवित्र तीर्थस्थल चित्रकूट की पुण्य सलिला मां मंदाकिनी नदी के पुनर्जीवन के लिए मध्यप्रदेश के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने ेभी साझा तौर पर सरकारी प्रयास शुरु कर दिए हैं। उल्लेखनीय है,अपर कलेक्टर (विकास) और जिला पंचायत की सीईओ ऋजु बाफना के निर्देशन में 8 माह पहले तकरीबन 75 करोड़ की लागत से मां मंदाकिनी पुनर्जीवन प्रोजेक्ट बनाया गया था। जानकारों ने बताया कि इस योजना को अधिकतम परिणाम मूलक बनाने  के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के चित्रकूट प्रशासन का सहयोग भी आपेक्षित है। असल में मंदाकिनी का उद्गम सतना जिले के अनुसुइया आश्रम से है। जिले के 23 पंचायत क्षेत्र इसी नदी के कमांड एरिया से लगे हुए हैं। नदी का बहाव उत्तर में उत्तर प्रदेश की ओर है।
 बांदा के कमिश्नर ने भी ली रुचि :-
 मंगलवार को यूपी के चित्रकूट जिला मुख्यालय में मां मंदाकिनी पुनर्जीवन योजना पर आयोजित मंथन की अध्यक्षता  चित्रकूट धाम मंडल बांदा के कमिश्नर गौरव दयाल ने की।उन्होंने सतना प्रशासन को हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। जिला पंचायत की सीईओ ऋजु बाफना ने विस्तार से योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत 23 पंचायतों में जल संरक्षण एवं संवद्र्धन का काम शुरु किया गया है। बैठक में सरयू नाले पर निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने, अतिक्रमण हटा कर सिल्ट सफाई कराने और दोनों राज्यों के सभी संबंधित विभागों के बीच समन्वय बनाने के विषयों पर भी चर्चा हुई। बैठक में चित्रकूट के जिला अधिकारी शेषमणि पांडेय, मझगवां एसडीएम एचके धुर्वे और चित्रकूट नगर पंचायत के सीएमओ रमाकांत शुक्ला भी उपस्थित रहे।
 

Created On :   4 Jun 2020 10:23 AM GMT

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