रेलवे की 8 स्पेशल ट्रेन रद्द, मई में परिचालित होने वाली 10 ट्रेनें रद्द

8 special trains canceled by Railway, 10 trains to be operational in May
रेलवे की 8 स्पेशल ट्रेन रद्द, मई में परिचालित होने वाली 10 ट्रेनें रद्द
रेलवे की 8 स्पेशल ट्रेन रद्द, मई में परिचालित होने वाली 10 ट्रेनें रद्द

डिजिटल डेस्कनागपुर। यात्रियों से अपेक्षित प्रतिसाद न मिलने पर दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे ने रोजाना चलने वाली 8 स्पेशल ट्रेनें रद्द कर दी हैं। रेलवे विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन संख्या 08703 रायपुर-दुर्ग मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08704 दुर्ग-रायपुर मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08705 रायुपर-डोंगरगढ़ मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08706 डोंगरगढ़-बिलासपुर मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08717 रायपुर-दुर्ग मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08708 दुर्ग-रायपुर मेमू स्पेशल, ट्रेन संख्या 08119 इतवारी-छिंदवाड़ा पास स्पेशल ट्रेन व 08120 छिंदवाड़ा-इतवारी पास स्पेशल ट्रेन का परिचालन नहीं किया जाएगा।

मई में परिचालित होने वाली 10 ट्रेनें रद्द

यात्रियों से अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण रेलवे ने 10 स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। इनमें ट्रेन संख्या 02160 जबलपुर - नागपुर दैनिक स्पेशल (01.5.2021 से), ट्रेन संख्या 02159 नागपुर-जबलपुर दैनिक स्पेशल  (02.5.2021 से), ट्रेन संख्या 02152 हबीबगंज - पुणे साप्ताहिक स्पेशल (01.5.2021 से), 02151 पुणे-हबीबगंज साप्ताहिक स्पेशल (02.5.2021 से), ट्रेन संख्या 02264 हजरत निजामुद्दीन - पुणे स्पेशल (03.5.2021 से), ट्रेन संख्या 02263 पुणे-हजरत निज़ामुद्दीन (04.5.2021 से), ट्रेन संख्या 06237 मैसूर-साईंनगर शिर्डी स्पेशल (03.5.2021 से), ट्रेन संख्या 06238 साईंनगर शिरडी-मैसूर स्पेशल (04.5.2021 से), ट्रेन संख्या 07307 मैसूर-बागलकोट जंक्शन स्पेशल (30.4.2021 से) व ट्रेन संख्या 07308 बागलकोट जंक्शन-मैसूर स्पेशल (01.5.2021 से) आगामी आदेश तक परिचालित नहीं की जाएंगी। यह जानकारी मध्य रेल, नागपुर मंडल द्वारा दी गई है

आलोक कंसल को मध्य रेल के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर मंडल के पूर्व डीआरएम व पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल को मध्य रेल के महाप्रबंधक पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। उनकी नियुक्ति मध्य रेल के महाप्रबंधक संजीव मित्तल के स्थान पर की गई है। मित्तल को पदोन्नति पर नई दिल्ली रेलवे बोर्ड के इंफ्रास्ट्रक्टर सदस्य का पदभार सौंपा गया है। नवनियुक्त महाप्रबंधक आलोक कंसल इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स के 1983 की बैच के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने 14 जनवरी 2020 से पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में पदभार संभाला है। श्री कंसल ने रुड़की विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडल के साथ सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। इसी संस्थान से गोल्ड मेडल के साथ स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। श्री कंसल को हाई स्पीड एवं हैवी डेंसिटी यातायात वाले मार्गों के संचालन और रखरखाव का 18 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त हैं। वे प्रथम इंजीनियरिंग सहायक अधिकारी थे, जो भारतीय रेल की हाई-स्पीड ट्रेन, पहली शताब्दी एक्सप्रेस के शुभारंभ से जुड़े थे। उन्होंने भारतीय रेल के सबसे बड़े दिल्ली मंडल की इंजीनियरिंग शाखा का नेतृत्व भी किया है और बिलासपुर और उत्तर जोन में मुख्य ट्रैक इंजीनियर के रूप में भी कार्य किया है। इसके अलावा उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे के राजधानी मार्गों पर पहली वाहन यूडीएफडी को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक निर्माण अभियंता के रूप में श्री कंसल ने स्वर्णिम चतुर्भुज और ईस्ट कोस्ट रेलवे पर गेज परिवर्तन, दोहरीकरण परियोजनाओं की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया है। मुंबई के ठाणे-क्रीक पुल पर सबसे लंबे (2 किलोमीटर) पीएससी बॉक्स गर्डर (54.5 मीटर स्पैन) को उनके द्वारा निष्पादित किया गया था। 
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक से पहले वे बतौर प्रिंसिपल एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर/ सिविल इंजीनियरिंग(प्लानिंग)रेलवे बोर्ड में कार्य कर चुके हैं। उन्होंने ‘ए-जेड फॉर क्वालिटी कंट्रोल एंड इंस्पेक्शन ऑफ कांक्रीट स्लीपर्स’ और ‘लर्निंग द फर्स्ट स्टेप बाय ए रेलवे इंजीनियर’ नामक दो पुस्तकें भी लिखी हैं, जो भारतीय रेल के फील्ड में नियुक्त असिस्टेंट डिवीजनल इंजीनियर्स के लिए प्रैक्टिकल गाइड हैं।

Created On :   2 May 2021 9:59 AM GMT

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