ट्रेन से कटकर मरने वालों में 16 में से चार भाइयों सहित 9 लोग दो परिवार के , आज ट्रेन से जबलपुर पहुंचेंगे शव  

9 people, including four brothers, out of 16 who were killed by train, of two families
ट्रेन से कटकर मरने वालों में 16 में से चार भाइयों सहित 9 लोग दो परिवार के , आज ट्रेन से जबलपुर पहुंचेंगे शव  
ट्रेन से कटकर मरने वालों में 16 में से चार भाइयों सहित 9 लोग दो परिवार के , आज ट्रेन से जबलपुर पहुंचेंगे शव  

डिजिटल डेस्क शहडोल । औरंगाबाद में शुक्रवार तड़के हुए ट्रेन हादसे में मरने वाले सभी 16 श्रमिक शहडोल और उमरिया जिले के थे। शहडोल जिले के 9 श्रमिक तो एक ही गांव अंतौली के थे और आपस में एक-दूसरे से जुड़े हुए थे।  इनमें दो परिवारों के दो सगे भाई, चाचा-भतीजा और जीजा-साला शामिल हैं। जयसिंहनगर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत वनचाचर के अंतौली गांव में शुक्रवार को जैसे ही हादसे की जानकारी मिली पूरा गांव स्तब्ध रह गया। गांव के हर घर में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है।
   कुछ यही नजारा उमरिया जिले में पाली जनपद अंतर्गत ममान गांव का रहा। एक साथ गांव के चार लोगों की मौत ने परिजनों के साथ ही सभी को झकझोर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार खेती-बाड़ी कम होने के कारण गांव के लोग हर साल मजदूरी करने महाराष्ट्र के जलाना जाते हैं। करीब चार माह पहले ये लोग वहां गए थे और लॉकडाउन में फंस गए थे। जमा पूंजी से अब तक काम चलाया। जब पैसे खर्च हो गए तो घर आने का फैसला किया था। अधिकतर लोगों की गुरुवार को ही परिवार के सदस्यों से बात हुई थी। परिवार से जुड़े लोगों का कहना है कि 20 लोग गुरुवार को जलाना से पैदल ही रेलवे ट्रैक होते हुए निकले थे। रास्ते में यह हादसा हो गया। हादसे में जयसिंहनगर के अंतौली गांव के नौ, ब्यौहारी के शहरगढ़ का एक और जयसिंहनगर के बैरिहा के श्रमिक की मौत हुई है। वहीं उमरिया जिले के पांच श्रमिकों की मौत हुई है। उमरिया और शहडोल के एक-एक श्रमिक और मंडला जिले के दो श्रमिक पटरी से दूर होने के चलते बच गए हैं। मृतकों के शव औरंगाबाद से शनिवार को जबलपुर पहुंचेंगे।
आज जबलपुर आएंगे शव
जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को करीब 7 बजे औरंगाबाद से जबलपुर के लिए चलने वाली विशेष ट्रेन से मृतकों के शव जबलपुर पहुंचेंगे। शनिवार को सुबह ट्रेन जबलपुर पहुंचेगी। जबलपुर से गांव तक शव लाने की व्यवस्था प्रशासन ने कराई है। इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
छूट गया बुढ़ापे का सहारा, अकेले बचे बुजुर्ग
हादसे के बाद पूरा अंतौली गांव गमगीन है। दो सगे भाइयों की मौत से पूरा परिवार ही बिखर गया है। निर्वेश और रावेंद्र की मौत के बाद घर में अब सिर्फ 80 वर्ष बुजुर्ग पिता रह गए हैं। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है और दो बड़े परिवार के अलग रहते हैं और वर्षों से संपर्क में नहीं हैं। बुजुर्ग पिता को तो हादसे का पता ही नहीं था। वह खेत में काम कर रहा था। आसपास के लोगों ने जानकारी दी तो उनको पता चला और जमीन पर लोट गए। रो-रोकर उनका बुरा हाल था। वह बार-बार यही कह रहे थे, उनके बुढ़ापे का सहारा चला गया, अब किसके भरोसे जी सकेंगे। परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि निर्वेश की इस वर्ष शादी होने वाली थी, गोहपारू ब्लॉक के लहबर में उसकी शादी तय हो गई थी।
बुझ गए घर के चिराग, बहनों का बुरा हाल
अंतौली के ही दो और सगे भाइयों की इस हादसे में जान चली गई है।  शिवदयाल और बुद्धराज उर्फ बृजेश अपने परिवार में दो ही लड़के थे। दोनों की मौत से अब परिवार में दो बेटियां भी बची हैं। दोनों की शादी नहीं हुई थी, वहीं बहनों की भी शादी अभी होनी है। दोनों भाइयों की मौत से जहां बहनें बेहाल थीं, वहीं परिवार के अन्य सदस्य का भी रो-रोकर बुरा हाल था। इसके अलावा परिवार में एक चाचा-भतीजे भी हादसे का शिकार हुए हैं धन सिंह और दीपक। चाचा धन सिंह की पत्नी का देहांत हो चुका था, वह भतीजे दीपक के साथ ही रहता था। वहीं दीपक की शादी हो चुकी है और एक साल का बेटा है। राजबहोरन का दो साल का बेटा है 2008 में शादी हुई थी।
उमरिया जिला भी रह गया स्तब्ध - आंखे पथरा गई, छिना एक मात्र सहारा
नेमसा पिता चमरू उम्र 27 साल भी साथियों के साथ महाराष्ट्र गया हुआ था। पत्नी देववती ने बताया उन्होंने निकलने से पहले फोन में बात की थी। बोल रहे थे पैसा नहीं मिल रहा है। घर लौटना चाह रहे हैं। शाम को खाना खाकर चल देंगे। इसके बाद दोबारा संपर्क नही हुआ। सुबह होते ही पुलिस के पहुंचने पर पता चला। तब से देववती के आंखों से अश्रु की धार नहीं टूट रही। वह रो-रोकर बेहोश हो जाती है। अब तो आंखें पथरा गई हैं। आंसु भी सूख चुके हंै। घर में  परिवार के लोग सांत्वना दे रहे हैं, लेकिन देवबती घर की चौखट पर गुमसुम सी बैठी हुई है। मानो उसकी आंखें बिना कुछ कहे ही सब कुछ कह रही हैं। बता दें कि दोनों के पारिवारिक जीवन में कोई संतान नहीं है । एकमात्र सहारा पति भी घटना में छिन गया।
मरने वालों की सूची -शहडोल जिला
-धन सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-दीपक सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-बुद्धराज सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-शिवदयाल सिंह निवासी अंतौली जससिंहनगर
-धर्मेंद्र सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-निर्वेश सिंह निवासी अंतौली जयसिहंनगर
-रावेंद्र सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-राजबोहरन निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-पारस सिंह निवासी अंतौली जयसिंहनगर
-श्रीदयाल सिंह निवासी अंतौली जयसिहंनगर
-सुरेश सिंह निवासी शहरगढ़ ब्यौहारी
-संतोष नापित निवासी बैरिहा टोला जयसिंहनगर  
उमरिया जिला
-मृगेंद्र सिंह पिता चयन सिंह, ममान पाली
-प्रदीप सिंह पिता बोधी सिंह, ममान पाली
-नेमसा पिता चमरू सिंह, ममान पाली
-मुनीम सिंह पिता शिवरतन, ममान पाली
- अच्छे लाल पिता रामेश्वार चिल्हारी मानपुर
घायल व्यक्ति
-सज्जन सिंह धुर्वे, मंडला
जीवित बचे
-इंद्रलाल धुर्वे मंडला
वीरेंंद्र सिंह पाली उमरिया
-शिवमान सिंह शहरगढ़ शहडोल
 

Created On :   8 May 2020 7:34 PM IST

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