मेट्रो के विकास को लगा ब्रेक, 900 मजदूरों ने किया काम बंद, 4 महीने से नहीं मिली पेमेंट

900 laborers stopped work of Maha metro, 4 months of payment pending
मेट्रो के विकास को लगा ब्रेक, 900 मजदूरों ने किया काम बंद, 4 महीने से नहीं मिली पेमेंट
मेट्रो के विकास को लगा ब्रेक, 900 मजदूरों ने किया काम बंद, 4 महीने से नहीं मिली पेमेंट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दो वर्षों से तेज रफ्तार से चल रहा मेट्रो के विकास काम को सोमवार को ब्रेक लग गई। कुल 900 मजदूरों को 4 महीने से पेमेंट नहीं मिलने से यह स्थिति निर्माण हुई है। हाल ही में वित्त संकट में पड़ी आईएल एंड एफएस कंपनी के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। याद रहे कि, दैनिक भास्कर ने इस स्थिति का करीब 3 महीने पहले ही खुलासा किया था। हालांकि मेट्रो प्रशासन अभी-भी इससे निपटने के लिए तैयारी दिखा रहा है। मजदूरों के साथ अब कुछ राजनिति पार्टी भी मिल गई है। जो मेट्रो पर मजदूरों के वेतने के लिए दबाव बना रही है। हालांकि मेट्रो उक्त कंपनी को इसका काम का पहले ही भूगतान करने की बात कह रहा है। ऐेसे में अब एफएस कंपनी के वित्त संकट के कारण नागपुर मेट्रो का और कितना काम प्रभावित होनेवाला है। यह कहना मुश्किल है।

मेट्रो के चार दिशा में काम चल रहे हैं। जिसे रीच-1, 2, 3 व 4 के तहत बाटा गया है। हर रीच का जिम्मा अलग-अलग इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को दिया गया है। जिसमें एफकॉम्स से लेकर आईटीडीटी, आईएल एंड एफएस कंपनियों का सामावेश हैं। मेट्रो के चार रीच में से रीच वन का काम सबसे पहले यानी मार्च 2019 में तैयार होनेवाला है। इसका दावा भी मेट्रो कर चुकी है। रीच व अंतर्गत खापरी, एअरपोर्ट, साउथ एअरपोर्ट, कॉग्रेस नगर, उज्वल नगर एअरपोर्ट, अजनी चौक आदि स्टेशन बननेवाले हैं। इन्हें बनाना व कोरीडोर का निर्माण आईएल एंड एफएस नामक इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के जिम्मे है। नियमानुसार सभी कंपनियों को टेंडरिंग माध्यम से काम दिया गया है। निर्धारित समय में उक्त कंपनियां काम भी पूरा करती है। लेकिन इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को लोन देनेवाली देश की दिग्गज कपंनी इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनैंशल सर्विसेज लि. (ILFS) इन दिनों खुद वित्त संकट में फंसी होने की स्थिति है।

ऐसे में कंपनी के माध्यम से नागपुर मेट्रो का काम करनेवाली छोटी-छोटी कंपनियों का 4 महिने से वेतन रूका पड़ा है। जिससे मजदूरों को भी पैसा नहीं मिल सका है। हालांकि इन सब बातों से अनभिज्ञ मजदूर वर्ग राजनितिक दलों को लेकर सोमवार को मेट्रो कार्यालय में पहुंच जिससे कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण भी बना रहा। आईएलऐंडएफएस समूह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) सहित कई नियामकों की जांच के घेरे में है। हालांकि सरकार भी इसे संकट से उबारने के लिए प्रयास कर रही है। लेकिन भविष्य में यदि कंपनी दिवालियां घोषित होती है, तो नागपुर मेट्रो को बहुंत ज्यादा काम प्रभावित होनेवाला है। हालांकि मेट्रो इससे इंकार कर रही है।

मजदूरों ने किया प्रदर्शन
सोमवार को बिना किसी कारण पेमेंट रोके जाने से नाराज़ कंपनी के कर्मचारियों व  कामगारों ने पहले छत्रपति चौक स्थित कंपनी के कार्यालय पर फिर मेट्रो के सिविलं लाइंस स्थित मुख्य कार्यालय पर  शहर काँग्रेस के नेतृत्व में ज़ोरदार प्रदर्शन किया। मेट्रो स्थित कार्यालय पर सैंकड़ों मज़दूरो के जमावड़े व मेट्रो प्रशासन द्वारा बिना किसी ठोस वजह के मज़दूरों का पेमेंट रोके जाने का पता चलते ही  नागपुर शहर काँग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे के निर्देशनुसार  ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद सिंह ठाकुर ,युगल के.विदावत ने धरना-प्रदर्शन किया।

महा मेट्रो डीजीएम अखिलेश हडवे के मुताबिक हमारी तरफ से आईएल एंड एसएफ कंपनी को काम के बदले पूरा पेमेंट किया गया है। अब मेट्रो व मजदूरों के बीच किसी तरह का कोई लेन-देन नहीं है, वह उपरोक्त कंपनी के माध्यम से काम कर रहे हैं। उपरोक्त कंपनी के कारण यदि ऐसा ही चलते रहा तो मेट्रो दूसरी कंपनी के माध्यम से बाकी का काम करेगी, जिसे आसानी से किया जा सकता है।

Created On :   10 Dec 2018 5:11 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story