छोटे से घाव ने ले ली जान, फीस चुकाने अड़ा रहा अस्पताल

A patients death in privet hospital
छोटे से घाव ने ले ली जान, फीस चुकाने अड़ा रहा अस्पताल
छोटे से घाव ने ले ली जान, फीस चुकाने अड़ा रहा अस्पताल

दैनिक भास्कर न्यूज़ डेस्क, जबलपुर। छोटा सा घाव भी जानलेवा हो सकता है यह उस मरीज को क्या पता था। पानी की तरह पैसा बहाने के बाद भी आखिरकार उसकी मृत्यु हो गई और अस्पताल प्रबंधन फीस चुकाने पर अड़ा रहा। बाद में परिजनों ने प्रदर्शन किया और पुलिस भी आ गई, जिसके बाद कुछ राशि देकर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

धनवंतरी नगर निवासी राकेश राजपूत उम्र 42 साल के भाई ऋषभ राजपूत ने बताया कि कुछ दिनों पहले राकेश को टीन का टुकड़ा जांघ में लग गया था, जिससे सेप्टिक हो गया। बाद में परिजन उसे आशीष हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद बताया कि घाव गंभीर हो चुका है और चीरा लगाना पड़ेगा। चिकित्सकों ने उपचार जारी रखा, परन्तु मरीज की हालत बिगड़ती गई। चिकित्सकों का कहना है कि उसके फेफड़ों और किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। आज सुबह राकेश की मृत्यु हो गई। परिजन शव को ले जाने लगे तो अस्पताल प्रबंधन ने उपचार के करीब 70 हजार रुपए मांगे, परिजनों ने कहा कि उनके पास रुपए नहीं है। अस्पताल प्रबंधन ने कुछ डिस्काउंट भी दे दिया इसके बाद भी परिजनों ने रुपए नहीं चुकाए और प्रदर्शन करने लगे। जानकारी मिलने पर मदन महल थाने का पुलिस बल मौके पर पहुँच गया और दोनों पक्षों को शांत कराया गया। इसके बाद कुछ राशि देकर परिजनों को शव सौंपा गया।


रुपए नहीं देने के लिए हंगामा

राकेश को जब अस्पताल लाया गया था तब ही उसकी हालत बेहद गंभीर थी और परिजनों को सब बता दिया गया था, तब बोला गया कि आप उपचार करिए। चिकित्सकों ने हर तरह से प्रयास किए पर इंफेक्शन बहुत बढ़ गया था और उसके कई अंग काम नहीं कर रहे थे। मृत्यु के बाद परिजनों ने हंगामा किया ताकि फीस न देनी पड़े।
-डॉ. अखिलेश दुबे, आशीष हॉस्पिटल

Created On :   26 Jun 2017 5:25 AM GMT

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