इस स्कूल में है केवल एक स्टूडेंट, उसे पढ़ाने के लिए टीचर भी एक

A School have only one student and one Teacher in the village
इस स्कूल में है केवल एक स्टूडेंट, उसे पढ़ाने के लिए टीचर भी एक
इस स्कूल में है केवल एक स्टूडेंट, उसे पढ़ाने के लिए टीचर भी एक

डिजिटल डेस्क, अहेरी (गड़चिरोली)। किसी स्कूल में एक टीचर और एक स्टूडेंट की बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा, लेकिन गड़चिरोली के दुर्गम क्षेत्र में ऐसा देखा जा रहा है। सरकार ने जहां गांव वहां स्कूल  के तर्ज पर तहसील के दोड़ेपल्ली गांव में जिला परिषद स्कूल का निर्माण किया। वर्तमान स्थिति में इस स्कूल में एक टीचर और एक स्टूडेंट है।   शिक्षा विभाग द्वारा यहां शिक्षारत स्टूडेंट का दूसरे गांव के स्कूल में समायोजन किया जा रहा है। इस बात से नाराज स्टूडेंट के पिता ने समायोजन करने पर बच्चे को स्कूल न भेजने की चेतावनी दी है। 

आगामी सत्र में हॉस्टल भेजने की है तैयारी
उल्लेखनीय है कि दोड़ेपल्ली गांव की जिला परिषद स्कूल में केवल एक ही छात्र शिक्षा ले रहा है। इस स्कूल में सरकार ने एक शिक्षक की नियुक्ति की है। यहां पर गांव के आनंदराव तोर्रेम नामक व्यक्ति का बेटा शिक्षा ले रहा है। इसी बीच कुछ दिन पहले प्राथमिक शिक्षाधिकारी चलाख ने गांव के स्कूल को भेंट दी और मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने छात्र के पिता आनंदराव तोर्रेम से चर्चा करते हुए कहा कि, उनके बेटे का समायोजन दूसरे गांव के स्कूल में किया जाएगा। इस बात से नाराज तोर्रेम ने कहा कि यदि बेटे को दूसरे गांव के स्कूल में भेजा गया तो, उसे स्कूल ही नहीं भेजा जाएगा।

तोर्रेम एक मजदूर है और दिनभर मदजूरी कर परिवार की परवरिश करता है। ऐसे में यदि उसके बेटे को शिक्षा के लिए दूसरे गांव में भेजा जाएगा तो, उसे छोड़ने और लाने की समस्या रहेगी। वहीं यह शैक्षणिक सत्र समाप्त होने में 4 माह की अवधि शेष है। आगामी वर्ष बेटे को छात्रावास में भेजा जाएगा, लेकिन बीच में ही बेटे को दूसरी स्कूल में भेजा गया तो परेशानी होगी। इस कारण बेटे को स्कूल न भेजने की चेतावनी तोर्रेम ने दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी अब असमंजस में पड़ गए हैं।

Created On :   25 Dec 2018 10:00 AM GMT

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