मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम पर व्यापारियों को चूना लगाने वाला गिरफ्तार

Accused arrested fraud done with businessmen on the name of CMO
मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम पर व्यापारियों को चूना लगाने वाला गिरफ्तार
मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम पर व्यापारियों को चूना लगाने वाला गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताकर खरीदारी के नाम पर व्यापारी को 82 हजार रुपए से ज्यादा का चूना लगाने वाले एक आरोपी को डीबी मार्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। किसी को शक न हो इसलिए आरोपी एक नौसेना के अधिकारी के घर में किराए पर रहता था। आरोपी ने फोन कर ऑनलाइन सौदा किया था और दुकानदार के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर होने के फर्जी संदेश भेजकर उनका भरोसा जीता था। पुलिस को शक है कि आरोपी ने कई व्यापारियों को इसी तरह चूना लगाया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम भालिंदर पाल सिंह है। पुलिस ने सिंह को नई मुंबई के खारघर इलाके से गिरफ्तार किया है जहां वह किराए के घर में रहता था। सिंह मूल रूप से चंडीगढ़ का रहने वाला है। सीनियर इंस्पेक्टर सूर्यकांत बांगर ने बताया कि सिंह ने लैमिंगटन रोड के एक व्यापारी को फोन कर दावा किया कि वह मंत्रालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय से बोल रहा है। उसने व्यापारी से कहा कि 49 हजार रुपए का आईफोन और 33500 रुपए का लैपटॉप चाहिए। पैसे व्यापारी के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कहते हुए उसके बैंक खाते से जुड़ी जानकारी ले ली। इसके बाद आरोपी ने व्यापारी के मोबाइल पर एक फर्जी संदेश भेजा जिससे लगे कि पैसे उसके खाते में ट्रांसफर हो गए। बाद उसने में उसने व्यापारी को कहा कि वह एक शख्स को दुकान से सामान लेने के लिए भेज रहा था। आरोपी ने एक ओला कार बुक की और उसके ड्राइवर को दुकान से सामान लाने के लिए भेज दिया। आरोपी ने फोन करने के लिए जिस सिमकार्ड का इस्तेमाल किया था वह फर्जी नाम से खरीदा गया था और ठगी के बाद उसे बंद कर दिया गया था। लेकिन शिकायत मिलने के बाद डीबी मार्ग पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की और ठगी के लिए इस्तेमाल सिमकार्ड के आखिरी लोकेशन और दूसरी जानकारियां इकठ्ठा करते हुए आरोपी को दबोचने में सफल रहे। बांगर ने बताया कि आरोपी कोई और काम नहीं करता और सिर्फ व्यापारियों को इसी तरह चूना लगाकर ऐशोआराम की जिंदगी बसर करता है। आरोपी के हाथों ठगी के शिकार हुए दूसरे आरोपियों के बारे में जानकारी इकठ्ठा की जा रही है। 


आधी कीमत में डॉलर का लालच दे लाखों की ठगी

कहते हैं लालच बुरी बला लेकिन तुरंत दोगुना मुनाफा मिलने की उम्मीद हो तो कम ही लोग इस तरह की लालच से बच पाते हैं। नई मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जिसने पिछले कुछ ही दिनों में 10 से ज्यादा लोगों को आधी कीमत में अमेरिकी डॉलर देने के लालच में लाखों रुपयों का चूना लगा दिया। मामले में पुलिस को एक महिला आरोपी की तलाश है। मामले में गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहम्मद इकबाल सिकंदर (23) है। पुलिस के मुताबिक सिकंदर ने अपनी एक महिला साथी के साथ मिलकर नई मुंबई के घनसोली, कोपरीगांव, खारघर जैसे इलाकों में 10 से ज्यादा लोगों से ठगी की है। गिरोह में शामिल महिला ने एक व्यापारी से संपर्क किया और बताया कि उसे पैसों की बेहद सख्त जरूरत है। महिला ने कहा कि वह 70 हजार रुपए से ज्यादा कीमत के 1 हजार अमेरिकी डॉलर आधी कीमत पर देने के लिए तैयार है। लेकिन शिकायतकर्ता को शक हो गया और उसने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। महिला ने व्यापारी को बताया था कि उसे कोपरखैरणे इलाके में एक शख्स मिलेगा जो अमेरिकी डॉलर दे देगा। व्यापारी के साथ पुलिस भी जाल बिछाकर पहले से मौके पर तैनात थी। जैसे ही सिकंदर ने डॉलर देकर पैसे लिए उसे पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि व्यापारी को जो पैसे दिए गए थे उसमें सिर्फ 20 डॉलर की नोट असली थी बाकी सारे कागज के टुकड़े थे।  
 

उत्तरभारतीय युवक के साथ मारपीट करने वाले शिवसेना कार्यकर्ता गिरफ्तार, मिली जमानत 

इसके अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले विश्व हिंदु परिषद कार्यकर्ता हीरामणि तिवारी के साथ मारपीट और जबरन मुंडन करने के मामले में आखिरकार पुलिस ने चार आरोपी शिवसेना कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि गिरफ्तारी के थोड़ी देर बाद ही उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। भाजपा ने इस मुद्दे पर बुधवार देर रात तक वडाला टीटी पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया था जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की थी। सीनियर इंस्पेक्टर जितेंद्र भोबे ने बताया कि आरोपियों को गुरूवार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम समाधान जुगधर, प्रकाश हसबे, श्रीकांत यादव और सत्यवान कोलंबेकर है। आरोपियों के खिलाफ जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया गया था इसलिए उन्हें पुलिस स्टेशन से ही जमानत पर रिहा कर दिया गया। शुरूआत में पुलिस ने दोनों तरफ से असंज्ञेय अपराध (एनसी) का मामला दर्ज किया था लेकिन बाद में इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी ने आक्रामक रुख अपना लिया था जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। 

Created On :   26 Dec 2019 9:13 PM IST

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