नकली सैनिटाइजर बनाने और बेचने वालों की अब खैर नहीं, शुरु होगी छापमारी

Action will be taken against making and selling fake sanitizers, raids will start
नकली सैनिटाइजर बनाने और बेचने वालों की अब खैर नहीं, शुरु होगी छापमारी
नकली सैनिटाइजर बनाने और बेचने वालों की अब खैर नहीं, शुरु होगी छापमारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में खराब गुणवत्ता वाले सैनिटाइजर की बिक्री को रोकने के लिए छापामार कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि खराब गुणवत्ता वाले सैनिटाइजर उत्पादकों और विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता मार्गदर्शन सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से अगस्त में मुंबई, ठाणे और नई मुंबई में बेचे जाने वाले 122 सैनिटाइजर की जांच में 50 प्रतिशत सैनिटाइजर खराब गुणवत्ता पाए गए हैं।

इस पर टोपे ने कहा कि राज्य में यदि कहीं पर मिलावटी सैनिटाइजर बेचा जा रहा होगा तो उस पर नियंत्रण के लिए अन्न व औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) के अफसरों को निर्देश दिए जाएंगे। टोपे ने कहा कि सैनिटाइजर और मास्क की कीमतों को कम करने की मांग केंद्र सरकार से की गई है। केंद्र सरकार को सैनिटाइजर और मास्क को जीवनावश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही दर भी नियंत्रित करना चाहिए।

टोपे ने कहा कि एन 95 मास्क बनाने वाले 18 रुपए के मास्क को अगर 200 से 250 रुपए में बेच रहे हैं तो 20 गुना ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं। इसलिए इस पर नियंत्रण की जरूरत है। टोपे ने कहा कि राज्य में मंदिर और धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए अनुमति देने का अधिकार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में चर्चा हो चुकी है। मुख्यमंत्री मंदिर शुरू करने के बारे में उचित फैसला करेंगे। 

 

Created On :   3 Sept 2020 9:41 PM IST

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