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पांच मौत के बाद जागा प्रशासन, मैदान में उतरे अफसर
डिजिटल डेस्क शहडोल। जिले के जयसिंहनगर क्षेत्र में बीते दो दिनों में हाथियों के हमले में पांच लोगों की मौत में वन विभाग और प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है। क्षेत्र में 4 दिन से हाथियों का मूवमेंट हैं। इसके बाद भी लोगों की सुरक्षा के लिए किसी तरह के एहतियाती इंतजाम नहीं किए गए। दो दिन तक हाथियों के तांडव मचाने के बाद बुधवार को वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और हाथियों के मूवमेंट पर सतत निगरानी और लोगों की सुरक्षा की योजना तैयार की गई।
हाथियों का मूवमेंट बुधवार को छूदा एवं भत्तू की ओर था। यहां से उनके आगे बढऩे के करकी और विजहा के दो रूट हैं। बताया जाता है कि हाथी दिन में विचरण नहीं करते हैं। शाम करीब सात बजे से रातभर उनका मूवमेंट होता है। शाम के समय उनका मूवमेंट किस रूट पर रहेगा। इसकी सतत निगरानी रखने तथा लोगों की सुरक्षा के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। तीन टीमों में राजस्व, वन, पुलिस और पंचायत विभाग का अमला शामिल है। जबकि वन विभाग की दो टीमें हाथियों के मूवमेंट वाले स्थान में आगे और पीछे हैं, जो दोनों टीमों को उनके मूवमेंट की सूचना देंगी। टीम के साथ ही एडीएम अर्पित वर्मा और एडिशनल एसपी मुकेश कुमार वैश्य भी मौजूद हैं। पूरे क्षेत्र में तीन से चार बार मुनादी करा दी गई है।
झिरिया टोला में हुई समन्वय बैठक
इसके पहले कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं वन विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित गांवों का भ्रमण करते हुए हाथियों के मूवमेंट का जायजा लिया। ग्राम पंचायत भवन झिरिया टोला में राजस्व, पुलिस एवं वन विभाग तथा पंचायत विभाग के अधिकारियों की समन्वय बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर वंदना वैद्य ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए राजस्व, पुलिस, वन विभाग, पंचायत विभाग के अधिकारी मिलकर लोगों को सतर्क करें। हाथियों का मूवमेंट रोकने के लिए पटाखा फोड़ें व मशाल जलाएं। ग्राम पंचायत बांसा एवं झिरिया टोला में हाथी के मूवमेंट के वाले ग्रामों में रहने वाले लोगों को ठहरने की व्यवस्था की जाए। एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि हाथियों के मूवमेंट के नियंत्रण एवं ग्रामीणों के बचाव व सतत निगरानी के लिए एसडीओपी, एसडीओ फॉरेस्ट, सीईओ जनपद पंचायत दल गठित कर कार्रवाई करें। ब्यौहारी विधायक शरद कोल ने कहा कि प्रदेश शासन द्वारा मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता करने के साथ-साथ लोगों को हाथियों से बचाने की सभी आवश्यक कार्रवाई करेगी। बैठक में डीएफओ शहडोल गौरव चौधरी, डीएफओ अनूपपुर अब्दुल अंसारी, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, सीईओ जिला पंचायत हिमांशु चंद्र, एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य, एसडीएम जयसिंहनगर दिलीप पांडेय, एसडीओपी ब्यौहारी भविष्य भास्कर, सीईओ जनपद पंचायत हरीश चंद्र द्विवेदी सहित राजस्व, पुलिस, वन एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीण जन उपस्थित थे।
जंगल से लगे गांवों में मुनादी कर दे रहे समझाइश
जानकारी के अनुसार हाथियों का यह झुंड छत्तीसगढ़ की सीमा से सीधी होते हुए जयसिंहनगर के जंगल में पहुंचा है। नौ हाथियों यह दल लगातार आसपास के क्षेत्र में मूवमेंट कर रहा है। इस दौरान हाथियों किसानों की फसलों को नुकसान भी पहुंचाया है। वहीं दो दिन में पांच लोगों को कुचलने की घटना के बाद अमझोर, चितरांव सहित आस-पास के ग्रामीण अंचलों में दहशत का माहौल बना हुआ है। हाथियों के मूवमेंट से ग्रामीण भयभीत हैं। वहीं वन विभाग द्वारा जंगल से लगे क्षेत्रों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की समझाइश दे रहा है।
झुंड में पांच वयस्क और चार बच्चे
क्षेत्र में विचरण कर रहे नौ हाथियों के झुड में पांच वयस्क हाथी और चार बच्चे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बच्चों की सुरक्षा के लिए हाथी हमला कर रहे हैं। अगर बच्चे साथ में नहीं होते तो शायद हमला नहीं होता। झुंड में जब ये हाथी चलते हैं तो चारों बच्चे बीच में दो हाथी आगे और तीन हाथी पीछे चलते हैं। बीच में कोई मिलता है तो हमला बोल देते हैं। प्रशासन ने निगरानी की ऐसी व्यवस्था बनाई है कि अगर इनका मूवमेंट गांव की तरफ होता है तो वहां के लोगों को शिफ्ट करके ग्राम पंचायत में ले जाया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायत और राजस्व विभाग का अमला तैयार है। ग्राम पंचायतों में रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था बना दी गई है। करकी की तरफ हुआ तो यहां के ग्रामीणों को हटाया जाएगा और बिजहा की तरफ हुआ तो वहां के ग्रामीणोंं को हटाया जाएगा।
Created On :   6 April 2022 11:29 PM IST