एंटी सेटेलाइट मिसाइल परीक्षण की घोषणा के बाद विपक्ष के निशाने पर आए मोदी 

After the announcement of anti-satellite missile test, Modi came on target of the Opposition
एंटी सेटेलाइट मिसाइल परीक्षण की घोषणा के बाद विपक्ष के निशाने पर आए मोदी 
एंटी सेटेलाइट मिसाइल परीक्षण की घोषणा के बाद विपक्ष के निशाने पर आए मोदी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एंटी सेटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण कि घोषणा किए जाने को लेकर विपक्ष ने आलोचना की है। जबकि भाजपा ने प्रधानमंत्री का समर्थन किया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति से अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की शक्ति बढ़ी है। मैं इस अभियान में शामिल वैज्ञानिकों और उनके पीछे धैर्य से उनके साथ खड़े रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता हूं। वहीं कांग्रेस के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि मिसाइल का सफल परीक्षण देश के लिए बड़ी उपलब्धि है, लेकिन प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय संदेश के जरिए इसकी घोषणा करना ठीक नहीं है।

वैज्ञानिकों द्वारा भी इसकी घोषणा कराई जा सकती थी। चव्हाण ने कहा कि साल 2012 में यह मिसाइल तैयार की गई थी। मिसाइल परीक्षण का फैसला राजनीतिक निर्णय होता है। उस समय यूपीए सरकार को लगा था कि मिसाइल के परीक्षण की जरूरत नहीं है। इसलिए मिसाइल का परीक्षण नहीं किया गया।

वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव हार रही है। यह नजर आने के बाद प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एंटी सेटेलाइट मिसाइल का मार्केटिंग किया है। यह मोदी का चुनावी जुमला है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री को देश के नाम संदेश के जरिए यह खबर देने की जरूरत क्या थी। इसकी जानकारी देना वैज्ञानिकों का कर्तव्य है। वैज्ञानिकों को ही इसका श्रेय लेना चाहिए। विपक्ष की तरफ से आलोचना करने पर भाजपा नेता व प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने जवाब दिया है।

तावडे ने कहा कि मिसाइल के सफल परीक्षण का क्रेडिट मोदी सरकार का है। एक सवाल के जवाब में तावडे ने कहा कि मिसाइल का सफल परीक्षण डरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को मारने या उसको भारत में लाने से भी बढ़ी उपलब्धि है।

Created On :   28 March 2019 11:22 AM GMT

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