उधर पुणे में सोमवार रात आंबेगांव इलाके में दीवार गिरने से छह मजदूरों की मौत हो गई। मृतक मजदूर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के निवासी हैं। हादसे का मुद्दा विधानसभा में भी उठा, जिसके बाद सीएम ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इससे पहले कोंढ़वा इलाके में दीवार गिरने से 15 लोंगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे, अब मजदूरों की जान चले गई।
दमकल विभाग के अनुसार सिंहगड़ कॉलेज के कैम्पस में दीवार बनी थी, जो 15 फीट ऊंची और 40 फीट लंबी थी। दीवार के बगल में खाली जगह पर इमारत का निर्माण कार्य जारी है। जहां काम करनेवाले मजदूरों के लिए दीवार से लगाकर अस्थायी तौर पर शेड्स निर्माण किए गए थे। पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण सोमवार रात दीवार ढह गई। जिसके मलबे में दबकर मजदूरों ने दम तोड़ दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग के जवान, एनडीआरएफ के जवान घटनास्थल पहुंचे। जहां मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया। उस दौरान मजदूरों में छह की मौत हो गई थी। जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं। मृतकों के नाम राधेलाल पटेल (25), जेटूलाल पटेल (50), ममता राधेलाल पटेल (22), जितू चंदन रवते (24) बताए जा रहे हैं। जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने कहा कि घटनाएं प्राकृतिक आपदा और गलतियों के कारण हो रही हैं। घटना के बाद 278 निर्माणाधिन क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया है। निर्माण व्यवसायी और ठेकेदारों को मजदूरों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के आदेश दिए गए हैं।