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देशमुख ने कहा - बगैर अनुमति चल रहा नागपाडा में धरना, नहीं गुजर सकेगा मनसे का मोर्चा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार पुलिस की अनुमति के बिना मुंबई के नागपाड़ा में नागरिक संसोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ चल रहे मुस्लिम महिलाओं के धरना-प्रदर्शन को खत्म कराना चाहती है। दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर नागपाड़ा में मुंबई बाग के नाम से नौ दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। सोमवार को मंत्रालय में इस संबंध में प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख से मुस्लिम समाज के जनप्रतिनिधियों ने मुलाकात की। इनमें समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिफ आजमी, रईस शेख, एमआईएम के पूर्व विधायक युसूफ अलवानी, फिरोज मीठीबोरवाला समेत कई नेता मौजूद थे। पत्रकारों से बातचीत में देशमुख ने कहा कि सरकार की बिना किसी अनुमति के नागपाड़ा में आंदोलन शुरू है। इसलिए मैंने मुस्लिम समाज के जनप्रतिनिधियों और प्रदर्शन करने वाली महिलाओं की प्रतिनिधियों से जल्द से जल्द धरना-प्रदर्शन खत्म करने का आग्रह किया है। क्योंकि सरकार ने इसके लिए कोई अनुमति नहीं दी है। देशमुख ने कहा कि मुस्लिम समाज के जनप्रतिनिधियों के साथ सकारात्मक चर्चा हुई है। इसका मतलब है कि धरना प्रदर्शन को खत्म करने के लिए जल्द से जल्द हल निकलेगा। देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्पष्ट कर चुके हैं कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर से राज्य के किसी नागरिक की नागरिकता छीनी नहीं जाएगी।
वहीं सपा विधायक आजमी ने कहा कि गृहमंत्री ने हम लोगों से वादा किया है कि सीएए और एनआरसी से प्रदेश के किसी भी नागरिक की नागरिकता छीनी नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस कि मंजूरी के बिना प्रदर्शन करना उचित नहीं है। गृहमंत्री ने हम लोगों से मुंबई समेत राज्य भर में जहां पर भी प्रदर्शन चल रहे हैं उसको खत्म करने का आग्रह किया है। इसलिए हम लोगों ने नागपाड़ा में चल रहे धरना- प्रदर्शन को खत्म करने के लिए सोमवार देर रात बैठक बुलाई है। इस बैठक में धरना खत्म करने की बाबत फैसला लिया जाएगा।
मुस्लिम बहुल नागपाडा से नहीं गुजर सकेगा मनसे का मोर्चा
उधर मनसे के महामोर्चे के लिए पार्टी के मनमुताबिक मार्ग नहीं मिल पाया है। मनसे सीएए और एनआरसी के खिलाफ नागपाड़ा इलाके में चल रहे धरना स्थल के पास से महामोर्चा निकालना चाहती थी। लेकिन मुंबई पुलिस ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए नागपाड़ा इलाके से मोर्चा ले जाने की अनुमति नहीं दी। इसके मद्देनजर अब मनसे की ओर से गिरगांव चौपाटी से आजाद मैदान तक महामोर्चा निकालने का फैसला किया गया है। महामोर्चे के लिए पार्टी ने एक लाख की भीड़ जटाने का दावा किया है। इसके लिए पार्टी ने हर जिले के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बुलाया है।
शिवसेना नहीं चाहती नागपाडा से निकले मोर्चा: किल्लेदार
मनसे उपाध्यक्ष यशवंत किल्लेदार ने कहा कि शायद शिवसेना नहीं चाहती थी कि महामोर्चा नागपाड़ा से निकले। क्योंकि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा हिंदुत्व की भूमिका अपनाने के दूसरे दिन शिवसेना सांसद संजय राऊत ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के 7 मार्च को अयोध्या दौरे का ऐलान किया था। किल्लेदार ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि नागपाड़ा इलाके से मोर्चा निकाला जाए। कार्यकर्ताओं की मांग जायज थी लेकिन हम कानून-व्यवस्था का पालन करने वाले लोग हैं। पुलिस ने कानून-व्यवस्था की दृष्टि से गिरगांव चौपाटी से आजाद मैदान तक महामोर्चा निकालने का विकल्प दिया था। इसलिए पार्टी ने महामोर्चा के लिए इस मार्ग पर सहमति दी है। किल्लेदार ने कहा कि महामोर्चा मनसे की ओर से निकाला जा रहा है लेकिन इस महामोर्चे में बांग्लादेश और पाकिस्तानी मुस्लिम घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने की मांग का समर्थन करने वाले किसी भी दल के लोग भी शामिल हो सकते हैं।
Created On :   3 Feb 2020 8:31 PM IST