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नहीं होने दिया कामकाज-दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज होने से विपक्ष का फूटा गुस्सा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। श्रमिक न होने के बावजूद मजदूर संगठन सीट से मुंबई बैंक के निदेशक पद का चुनाव लड़ने वाले विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के विरोध में सदन में विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे के चलते विधान परिषद की कार्यवाही पहले 25 मिनट और फिर 20 मिनट उसके बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान सदन में सभापति के आसन के सामने सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी और विपक्ष के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की। महाविकास आघाड़ी के सदस्यों ने दरेकर को गिरफ्तार करने की मांग की। जबकि विपक्ष के सदस्य दरेकर के खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने की मांग कर रहे थे। हालांकि इस दौरान सदन में विपक्ष के नेता दरेकर मौजूद नहीं थे। मंगलवार को सदन में प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा सदस्य भाई गिरकर ने दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने का मुद्दा उठाया। गिरकर ने कहा कि दरेकर हर दिन महाविकास आघाड़ी सरकार को सदन में घेरते हैं। इसलिए राज्य सरकार बदले की भावना के तहत राजनीति कर रही है। बजट अधिवेशन शुरू होने के बावजूद दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गिरकर ने कहा कि कई जिला बैंकों में राकांपा और कांग्रेस के कई नेता मजदूर संगठन सीट से निदेशक पद पर निर्वाचित हुए हैं। लेकिन केवल दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस बीच विपक्ष के सदस्य सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष के हंगामे के चलते सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर ने सदन की कार्यवाही 25 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद दोबारा सदन का कामकाज शुरू हुआ तो विपक्ष के सदस्य दोबारा सभापति के आसन के सामने आ गए। जिसके बाद सदन में उपसभापति नीलम गोर्हे ने भाजपा सदस्य प्रसाद लाड को बोलने के लिए अनुमति दी।
लाड ने कहा कि दरेकर ने मुंबई बैंक की मजदूर संगठन सीट से इस्तीफा दे दिया है। वे फिलहाल मुंबई बैंक में बैंकिंग सीट से निदेशक हैं। इसके बावजूद दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस बीच उपसभापति ने लाड से कहा कि आप दरेकर के मामले को लेकर विस्तार से भाषण कर रहे हैं। इससे दरेकर की ही बदनामी हो रही है। जिस पर लाड ने कहा कि दरेकर के खिलाफ दर्ज मामला रद्द किया जाना चाहिए। इसके बाद भाजपा समर्थित सदस्य विनायक मेटे और भाजपा समर्थित सदस्य सदाभाऊ खोत ने दरेकर के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने का विरोध किया। इस दौरान सत्तारूढ़ सदस्य हंगामा करने लगे। जिसके बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी। फिर जब सदन का कामकाज शुरू हुआ तो शिवसेना सदस्य मनीषा कायंदे ने कहा कि दरेकर को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इस बीच विपक्ष के सदस्य सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद सत्ताधारी सदस्य विपक्षी सदस्यों के सामने आकर दरेकर की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा करने लगे। जिसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगति कर दी।
Created On :   15 March 2022 8:45 PM IST