जबरन वसूली विरोधी सेल के अधिकारी पर लगा वसूली का आरोप

Anti-extortion cell officer charged for recovery
जबरन वसूली विरोधी सेल के अधिकारी पर लगा वसूली का आरोप
जबरन वसूली विरोधी सेल के अधिकारी पर लगा वसूली का आरोप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जिस पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी लोगों को जबरन वसूली से बचाने की थी, वह खुद वसूली में शामिल हो गया। मामला ठाणे पुलिस के हप्ता निरोधी प्रकोष्ठ का है। वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर राजकुमार कोथमीरे पर एक व्यापारी को फर्जी मुठभेड़ में मारने की धमकी देने का आरोप लगा है। ठाणे में रहने वाले 34 वर्षीय अफसर इदरीश खान पुराने ट्रक व दूसरे वाहन बेचने का काम करते हैं। जनवरी 2018 में खान की मुलाकात सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी महादेव काकडे और उनके बेटे किरण काकडे से हुई। काकडे ने खान को बताया कि वे भी पुराने वाहन बेचने-खरीदने का व्यवसाय करते हैं। इसके बाद काकडे ने एक पुराने वाहन के लिए खान के बैंक खाते में 72 लाख ट्रांसफर किए। पर कुछ समय पर खान ने काकडे को 57 लाख रुपए बैंक द्वारा ट्रांसफर कर दिए जबकि बाकी की रकम नकद वापस कर दी। लेकिन बाद में काकडे ने कहा उन्हें नकद राशि नहीं मिली। इसके कुछ समय बाद काकडे ने संदीप कांदीलकर नामक व्यक्ति से खान माध्यम से 14 लाख रुपए में एक ट्रेलर खरीदा।

काकडे ने कांदीलकर को दूसरे वाहन खरीदने के लिए चार ज्यादा यानी 18 लाख रुपए दिए। लेकिन कांदीलकर भुगतान लेकर फरार हो गया। इसके बाद काकडे अपने चार लाख के नुकसान भरपाई के लिए खान पर दबाव बनाने लगा और ऐसा न करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद अक्टूबर 2019 में वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर कोथमीरे ने खान को पुलिस स्टेशन बुलाया और अपनी सर्विस रिवाल्वर से उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद खान ने मामले की शिकायत अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ठाणे) से की। इस बारे में कोथमीरे का कहना है कि मैंने केवल अपनी ड्यूटी की है। मुझे खान के खिलाफ कई लिखित शिकायतें मिली थी।    

 

Created On :   19 Feb 2020 6:35 PM IST

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