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फंसा पेंच : पुरातत्व समिति और मनपा ने नामंजूर किया हेरिटेज वॉक
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेट्रो में कई ऐसी संरचनाओं को साकार किया जा रहा है, जो पहली बार नागपुर में शुरू की जा रही हैं। 19 मंजिला इमारत में जीरो माइल स्टेशन भी तैयार किया जा रहा है। साथ ही यहां पर हेरिटेज वॉक भी बनाने की योजना बनाई थी, जिसे मनपा की पुरातत्व संरक्षण समिति ने खारिज कर दिया। मेट्रो की ओर से जीरो माइल चौक से भवंस स्कूल तक सड़क बंद कर जीरो माइल और गोवारी स्मारक को जोड़ते हुए हेरिटेज वॉक बनाने की योजना बनाई थी। सड़क हटाने के विषय को लेकर कोर्ट में मामला विचारधीन है। महामेट्रो ने नागपुर मेट्रो रेल परियोजना को आकर्षक बनाने के लिए कई नई संरचनाएं बनाने का निर्णय लिया है। इसमें से एक हेरिटेज वॉक की योजना महामेट्रो ने नागपुर मेट्राे रेल परियोजना के साथ ही बनाई थी, इसमें नागरिकों को शहर के ऐतिहासिक तथ्यों और जगहों की जानकारी नागरिकों को देने और साथ ही टूरिज्म को भी बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई थी। इसके लिए महामेट्रो यह हेरिटेज वॉक एनआईटी के शहीद स्मारक से जीरो माइल तक बनाने की योजना है। इसके लिए पहले प्रस्ताव भेजा गया था, जिसकी जांच करने पर पुरातत्व संरक्षण समिति ने डिजाइन में कुछ बदलाव करने के लिए कहा गया था। इसके साथ ही नागपुर मनपा, यातायात विभाग ने भी सड़क को बंद करने से साफ मना कर दिया है। महामेट्रो के गुप्त सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि यह महामेट्राे को हेरिटेज वॉक की अनुमति मिलना मुश्किल हो गया है। महामेट्रो को हेरिटेज वॉक का कार्य मार्च तक पूरा करना है। महामेट्रो के कई प्रोजेक्ट भी देरी से चल रहे हैं। फर्स्ट फेज का कार्य दिसंबर 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य महामेट्रो ने रखा है। जल्द ही अनुमति नहीं मिली तो हेरिटेज वॉक के कार्य में देरी होगी।
23 में से 21 मेट्राे पहुंच चुकी हैं नागपुर
महामेट्रो नागपुर परियोजना के रीच-1 और रीच-3 में मेट्रो सेवा शुरू कर दी गई है। इसमें रीच-1 पर हर 15 मिनट और रीच-3 हर आधे घंटे में मेट्रो ट्रेन संचालित की जा रही है। मेट्रो सेवा के लिए कुल (69 कोच) 23 मेट्रो ट्रेन की आवश्यकता है। जिसमें से अब तक (57 कोच) 21 मेट्रो ट्रेनें आ चुकी हैं। सीआरआरसी, डालियान में विभिन्न देशों से आए ट्रेन के हिस्सों को जोड़ा जा रहा है। जिसके माध्यम से मेट्रो कोच बनाए जाते हैं। तैयार होने पर यह कोच समुद्र के रास्ते चेन्नई बंदरगाह पर पहुंचते हैं और ट्रेलर द्वारा नागपुर पहुंचाए जाते हैं। मुख्य बात यह है कि, इन कोचों को केवल सुरक्षा कारणों से रात में सड़क मार्ग से ले जाया जाता है। एक मेट्रो ट्रेन 3 विशाल ट्रेलरों के रास्ते चेन्नई से नागपुर लाई जाती है। नागपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए आवश्यक मेट्रो कोच में मेट्रो की सुरक्षा, डिजाइन, आंतरिक सुविधाएं जैसी सभी नवीनतम सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। इन कोचों में महिलाओं और बुजुर्ग सहित बच्चों के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं की गई हैं। इसके अलावा, आंतरिक कलाकृति, आपातकालीन दरवाजे, एलईडी आधारित सड़क गाइड, स्वचालित घोषणा प्रणाली, प्रकृति विषयों पर आधारित डिजाइन के मेट्रो कोच उपयोग किए जा रहे हैं।
Created On :   1 March 2020 3:56 PM IST