फिलहाल रेल टिकटों पर रियायतें मिलने की उम्मीद नहीं, बोर्ड अध्यक्ष ने कहा- मुफ्त की आदत बदलनी होगी

At present, there is no hope of getting concessions on rail tickets
फिलहाल रेल टिकटों पर रियायतें मिलने की उम्मीद नहीं, बोर्ड अध्यक्ष ने कहा- मुफ्त की आदत बदलनी होगी
रेेलवे फिलहाल रेल टिकटों पर रियायतें मिलने की उम्मीद नहीं, बोर्ड अध्यक्ष ने कहा- मुफ्त की आदत बदलनी होगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वरिष्ठ नागरिकों और अन्य श्रेणियों के यात्रियों को किराए में मिलने वाली रियायत फिर से शुरू होने की उम्मीद पर मुंबई आए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके त्रिपाठी ने पानी फेर दिया है। उन्होंने श्रीलंका की हालत का उदाहरण देते हुए कहा कि लोगों को मुफ्त सुविधाओं की आदत बदलनी पड़ेगी। हम मुफ्त के अंतिम परिणामों को आसानी से समझ सकते हैं। गौरतलब है कि रेलवे रेल टिकटों पर वरिष्ठ नागरिकों, मान्यता प्राप्त पत्रकारों, नौकरी के इंटरव्यू के लिए जाने वाले, छात्र आदि को रेल किराए में 33 फीसदी से 50 फीसदी तक की छूट मिलती थी, जिसे कोरोना काल में चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में बंद कर दिया गया था। अब स्थिति सामान्य होने के बावजूद विकलांगों को छोड़ कर अन्य श्रेणी की रियायतों को शुरु नहीं किया गया है। रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने संकेत दिए हैं कि फिलहाल ये रियायतें अब मिलने वाली नहीं हैं। 

त्रिपाठी ने कहा कि एसी लोकल का किराया मेट्रो रेल सेवाओं की तरह कर दिया गया है। मुंबई के लोगों में सुविधाओं के लिए खर्च करने की क्षमता है इसलिए एसी लोकल के किराए में और कमी की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। हालांकि लोकल ट्रेन के प्रथम श्रेणी की यात्रा सस्ती हो सकती है। सिंगल जर्नी के टिकट का किराया 40 फीसदी घटाया जाएगा। एसी और प्रथम श्रेणी का घटा किराया 5 मई से लागू होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (एमआरटीपी) का पैसा अटका हुआ है। राज्य सरकार की ओर से मुंबई विकास निगम को एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा देने हैं। मुंबई में चल रही विकास परियोजनाओं के लिए यह रकम जरूरी है और इसी पैसे से एसी के नए रेक भी खरीदे जाएंगे।

मुंबई-दिल्ली के बीच यात्रा समय में 33 फीसदी की होगी कमी 

इसके अलावा अधिकारियों के साथ बैठक में विभिन्न परियोजनाओं का जायजा लेने के बाद त्रिपाठी ने कहा कि मिशन रफ्तार के तहत मुंबई से दिल्ली के बीच मार्च 2024 तक यात्रा का समय 33 फीसदी तक कम हो जाएगा क्योंकि तब तक मौजूदा परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद इस मार्ग पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से ट्रेनें चलेंगे। इस मार्ग पर मौजूदा ट्रेनों की रफ्तार 89 किलोमीटर प्रति घंटा है।    


 

Created On :   2 May 2022 9:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story