एटीएम फिर खाली,कैश के लिए भटक रहे लोग

ATMs emptied again, people are wandering for cash in shahdol
एटीएम फिर खाली,कैश के लिए भटक रहे लोग
एटीएम फिर खाली,कैश के लिए भटक रहे लोग

डिजिटल डेस्क शहडोल। जिले में एक बार फिर कैश का संकट हो गया है। अधिकतर एटीएम खाली हो गए हैं। लोग यहां से वहां चक्कर लगा रहे हैं। वहीं बैंक से भी एक साथ बड़ी रकम निकलने में दिक्कत हो रही है। सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीण इलाकों के बैंकों में हो रही है।पिछले करीब 20 दिनों से जिले में कैश का टोटा है। 15 से 20 अप्रैल के बीच तो जिले भर के एटीएम खाली हो गए थे। लोगों को बैंकों में लाइन में लगकर पैसे निकालने पड़े थे।

पिछले कुछ दिनों से स्थिति सामान्य थी, लेकिन गुरुवार को एक बार फिर एटीएम से पैसा निकलना बंद हो गया। लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम तक चक्कर लगाते रहेेे। भुइबांध स्कूल के प्रिंसिपल डीके श्रीवास्तव को जरूरी काम के लिए एटीएम से पैसे निकालने थे। उन्होंने बुढ़ार चौराहा, गांधी चौराहा और पुराने गांधी चौक स्थित सभी एटीएम खंगाल लिए लेकिन कहीं से पैसे नहीं निकले। बाद में उन्हें पता चला कि राजेंद्र टाकीज के पास सेंट्रल बैंक के एटीएम से पैसे निकल रहे हैं तो वहां गए।

एसबीआई एटीएम  में ज्यादा दिक्कत 
सबसे ज्यादा दिक्कत एसबीआई के एटीएम में हो रही है। पूरे जिले में विभिन्न बैंकों के करीब 80 एटीएम हैं। इनमें आधे एसबीआई के हैं। गुरुवार को एसबीआई के अधिकतर एटीएम खाली हो गए। बैंक अधिकारियों का कहना था कि आरबीआई से बड़े नोटों की सप्लाई नहीं हो रही है। इस वजह से एटीएम जल्दी खाली हो जाते हैं। रोजाना एटीएम में पैसा डाला जा रहा है। एसबीआई के जिले में सबसे अधिक चार और संभाग में आठ करेंसी चेस्ट हैं। बैंक में पैसों की कमी नहीं है, लेकिन ज्यादा भी नहीं हैं। 

जितना बीमा उतना कैश 
बैंक अधिकारियों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बैंक की शाखाओं में भी दिक्कत हो रही है, क्योंकि यहां पर्याप्त मात्रा में कैश नहीं है। ग्रामीण शाखाओं में जितने का बीमा रहता है, उतना कैश ही दिया जाता है। यानि उनकी कैश की लिमिट तय रहती है। यहां से ज्यादा कैश निकालने के लिए ग्राहकों को एक दिन पहले बताना पड़ता है, जिससे अगले दिन तक कैश की व्यवस्था कराई जा सके। 

पहले की तरह बड़ी परेशानी नहीं 
लीड बैंक मैनेजर विजय चौरसिया ने बताया कि कैश की किल्लत तो चल ही रही है, लेकिन काम भी चल रहा है। फिलहाल हम हैंड टू माउथ हैं। यानि जितनी जरूरत उतना कैश मिल रहा है। अगर कोई एक करोड़ मांगेगा तो हम 25 लाख ही दे पाएंगे। कैश की ज्यादा आपूर्ति करने और बड़े नोटो की आपूर्ति के लिए आरबीआई को पत्र लिखा जा चुका है।  

 

Created On :   4 May 2018 1:35 PM IST

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