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केले की खेती ने बदली गड़चिरोली के किसान जवादे की जिंदगी
डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली। धान की खेती करने वालों को अक्सर नुकसान ही उठाना पड़ता है। किसानों को फायदा होता भी है तो वो एक तरह से नाकाफी ही होता है। ऐसे में जिले के एक किसान ने नुकसान वाली खेती करने की बजाए केले की खेती करने का फैसला किया। इसके बाद से ही उसकी जिंदगी बदल गई है।
जिले के आरमोरी तहसील अंतर्गत ग्राम बोड़धा चक का किसान केले की खेती कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बने हुआ है। पिछले दो महीने में इस व्यवसाय से उन्हें करीब 2 लाख से अधिक की आय हो रही है। उनकी इस पहल के सकारात्मक परिणामों को देखते हए क्षेत्र के अन्य किसान भी अपने खेतों में केले की फसल लेने की तैयारी में दिखाई दे रहे हैं।
गड़चिरोली जिले में किसी तरह की सिंचाई सुविधा नहीं है।
किसान शंकर जवादे ने कृषि विभाग के अधिकारियों से सलाह लेकर अपनी 3 एकड़ खेती में जनवरी 2017 में केले के पौधे लगाए। तीन एकड़ के लिए केले के जी-9 टिश्यू कल्चरल वाण जलगांव से बुलवाया और करीब 3 हजार 500 पौधों का रोपण किया। केले के बगीचों के लिए समीपस्थ बोअर से पानी की व्यवस्था की गई।
किसानों के लिए मार्गदर्शन जरूरी
गड़चिरोली जिले के किसान नई तकनीक का उपयोग करते हुए अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं। अब जिले के किसानों को केवल सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है जिससे उनका मनोबल बढ़ सके। कृषि विभाग जिले के किसानों को धान की खेती के साथ ही अन्य फसलों के उत्पादन को लेकर प्रेरित कर रहा है।
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दो लाख से अधिक का लाभ
पौधों को पानी देने के लिए उन्होंने ठिंबक सिंचाई का तरीका अपनाया। इसके बाद से वह प्रतिदिन इस केले के बगीचे की देखरेख करते हैं। बता दें कि, वर्तमान में उनके खेत में 3 हजार 150 केले के पौधे हैं और दिसंबर तक केले का उपज निकलेगी। इसके माध्यम से 2 लाख से अधिक का लाभ होने की उन्हें उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा यकीन है। गड़चिरोली जिले में केले की खेती करने वाले जवादे जिले के पहले किसान माने जा रहे हैं। उनके इस कार्य से प्रेरित होकर परिसर के अन्य किसान भी अपने खेतों में केले की खेती करने की राह दिखाई दे रहे हैं।
विभिन्न तरह की खेती करने लगे किसान
गड़चिरोली जिले के किसान अब केवल धान की खेती पर निर्भर न रहते हुए अधिक आय प्राप्त करने के लिए विभिन्न फसलों की खेती करते दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि, जिले के किसान केले, चंदन, नीलगिरी, बबूल समेत अन्य नई फसलों की खेती कर रहे हैं। बताया जाता है कि इन फसलों की खेती के चलते जिले के किसानों को अच्छा उत्पादन मिल रहा है। इन फसलों की खेती से किसानों को अल्प अवधि में अधिक लाभ मिलने की बात भी कही जा रही है।
Created On :   27 Oct 2017 9:39 AM IST