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खाली न रहें एनआरसी के बेड, करें मॉनीटरिंग - समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के किसी भी पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में एक भी बेड़ अनावश्यक रूप से रिक्त न रहें। सभी सीडीपीओ, बीएमओ एवं उनके सुपरवाईजर तथा कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि एनआरसी में अधिक से अधिक कुपोषित बच्चे भर्ती कराएं एवं उनके डिस्चार्ज होने पर उनका अनुसरण भी करें। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की गुरुवार को संयुक्त समीक्षा बैठक लेते हुए कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने कहा कि महिला बाल विकास द्वारा पोषित संदर्भ सेवाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को मिले।
गौरतलब है कि बुधवार के अंक में दैनिक भास्कर ने एनआरसी में कुपोषित बच्चों को दाखिले व प्रापर संरक्षण को लेकर विभागीय उदासीनता को प्रमुखता से उजागर किया था। इसे संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित विभागों को हिदायत दी। कलेक्टर ने सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया कि शौर्य दलों का गठन समय-सीमा के अंदर करें। प्रधानमंत्री मातृ योजना का लाभ देने के लिए इसका भरपूर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। कलेक्टर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके अधिनस्थ जो भी आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्वास्थ्य संस्थाएं मुख्य मार्ग से नही जुड़ी है, उनकी सूची मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को उपलब्ध कराएं, जिससे जिला पंचायत से केन्द्रों को मुख्य सड़क से जोडऩे के लिए सड़क बनवायी जा सके। बैठक में कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए जिले में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि महामारी अभी खत्म नही हुई है। अधिक सर्तकता एवं सावधानी की आवश्यकता है। सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। बैठक में एनसीडी डैस बोर्ड, राष्ट्रीय अधत्व निवारण, राष्ट्रीय परिवार कल्याण, राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम एवं वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण हेतु जिले में किए गए कार्य की समीक्षा की गई।
Created On :   26 Feb 2021 6:24 PM IST