साथ रहने से मुसीबतों से लड़ने का मिलता है हौसला

Being together gives you the courage to fight the troubles
साथ रहने से मुसीबतों से लड़ने का मिलता है हौसला
बागवान साथ रहने से मुसीबतों से लड़ने का मिलता है हौसला

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जीवन में समस्याएं आती रहती है। लेकिन इनसे घबराने की बजाय डटकर सामना करना चाहिए। संयुक्त परिवार में रहने से मुश्किलों से लड़ने की हिम्मत मिलती है। 

एकसाथ रहने से परिवार के सदस्यों का सुख-दुख में साथ मिलता है। यह कहना है गड़चिरोली निवासी 85 वर्षीय नीलाबाई गणपत बालेकरमकर का।

आपकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण वह कौन-सा पल था जिसमें आपने सफलता पाई और वह किस तरह आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकता है? 

मैं एक गरीब परिवार से हूं। जब मेरा विवाह हुआ तो हमने एक सब्जी की दुकान शुरू की। मेरे पति ने इस छोटे से व्यवसाय से जीवन निर्वाह किया। पति के निधन के बाद मेरे बेटे और पोतों ने घर की जिम्मेदारी संभाली। आज पोता और पोता बहुएं भी साथ रह रही है। यह देख मुझे खुशी होती है।   

आपने जिंदगी में जो अनुभव प्राप्त किए हैं वे किस तरह भविष्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं? 

मैंने बच्चों को अच्छे संस्कार दिए। पति के जाने के बाद पोतों को भी अच्छी शिक्षा दी। मेरा मानना है कि भविष्य को बेहतर बनाने के लिए बड़ों का आशीर्वाद जरूरी है। परिवार को एकजुट बनाए रखने में सभी सदस्यों का योगदान जरूरी है। 

अपने शहर, समाज और देश के लिए अब क्या करना चाहते हैं, आज की पीढ़ी को क्या करने की जरूरत है? 

युवा पीढ़ी को समाजसेवा के कार्यों के लिए आगे आना चाहिए। जरूरतमंदों और गरीबों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहें।

देश के विकास में युवाओं का योगदान बेहद जरूरी है। युवा अच्छी आदतें अपनाएं और नशामुक्त जीवन जिए।

Created On :   31 Dec 2021 7:02 PM IST

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