सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं

Bhujbal said - Truth can be disturbed, not defeated
सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं
भुजबल बोले सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र सदन घोटाले में विशेष अदालत से आरोप मुक्त होने के बाद प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। गुरुवार को अदालत के फैसले के बाद भुजबल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से वर्षा पर मुलाकात की। इसके बाद अपने सरकारी बंगले रामटेक में पत्रकारों से बातचीत में भुजबल भावुक नजर आए। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि मैं सयंम और विन्रमता पूर्वक अदालत के फैसले को स्वीकार करता हूं। मेरे मन में किसी के प्रति कटुता नहीं है। समय बलवान होता है। नियति के अनुसार हमारे हिस्से जो आया उसको हमने भोगा है। हमें किसी से कोई गिला शिकवा नहीं है। भुजबल ने कहा कि साजिशें लाखों बनती है मेरी हस्ती मिटाने के लिए, ये जनता की दुआएं हैं जो उन्हें मुकम्मल नहीं होने देती। उन्होंने कहा कि मुझे यह भी पता है कि कुछ लोग मुझे अभी भी सोने नहीं देंगे पर कोई कितना भी प्रयास करें, मैं पहले की तरह चैन से रहूंगा। भुजबल ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री और पवार से मिलकर उनके प्रति आभार प्रकट किया। इस फैसले से दोनों नेताओं को खुशी है। भुजबल ने कहा कि मेरे खिलाफ अन्य मामलों में ईडी की जांच शुरू है। लेकिन महाराष्ट्र सदन घोटाले के आरोपों की नींव पर ही ईडी ने मामला तैयार किया था। हम लोग ईडी की जांच का सामना करेंगे। सरकार की ओर से मदद मिलने के आरोपों पर भुजबल ने कहा कि राज्य के कई मंत्रियों के खिलाफ जांच शुरू है। यदि सरकार मेरी मदद करती तो बाकी मंत्री अभी तक क्यों फंसे हैं? भुजबल ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग से मुझे कोई अचरच नहीं है। शायद इसकी शुरुआत मुझसे हुई थी। अब जनता समझ चुकी है कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का छापा राजनीति से प्रेरित होते हैं। भुजबल ने कहा कि आघाड़ी सरकार में राज्य मंत्रिमंडल उपसमिति ने महाराष्ट्र सदन के निर्माण के बाद ठेकेदार को 100 करोड़ रुपए का एफएसआई देने का फैसला लिया था। ठेकेदार को एक फूट भी एफएसआई और निर्माण कार्य खर्च के पैसे नहीं दिए गए। लेकिन मुझ पर 800 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार का झूठे आरोप लगाए गए थे। इस राशि से संपत्ति खरीदने का आरोप लगाए गए। इस आरोपों के चलते मुझे लगभग सवा दो साल तक जेल में रहना पड़ा था। 

समय लगेगा लेकिन न्याय जरूर मिलेगा

सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया का अदालत के फैसले के खिलाफ बाम्बे हाईकोर्ट में जाने की घोषणा पर भुजबल ने कहा कि हम लोग सभी चुनौतियों का सामना करेंगे। मुझे विश्वास है कि समय लगेगा लेकिन न्याय जरूर मिलेगा। 

Created On :   9 Sept 2021 9:11 PM IST

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