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जाते - जाते लबालब कर गई बरसात
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जून माह से शुरू हुई बारिश के बावजूद इस वर्ष समय पर बारिश न होने के कारण अगस्त माह के अंत तक जिले के बड़े एवं मध्यम प्रकल्प तो दुर लघु प्रकल्पों में भी 50 प्रतिशत भी जल संग्रहण नहीं हो पाया था। जिससे इसके चलते इस वर्ष जिले में अकाल जैसी स्थिती निर्माण होने की आशंका हो गई थी। सितंबर माह में लगातार हुई तेज बारिश ने इसकी कमी पुरी कर दी। अब जिले के बड़े एवं मध्यम सिंचाई प्रकल्पों के साथ ही लघु सिंचाई प्रकल्प भी लबालब हो गए है। जिससे एक ओर जहां पीने के पानी का संकट अब निर्माण नहीं होगा वहीं दूसरी ओर प्रकल्पों के सिंचित क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव के किसानों को रबी के माैसम में सिंचाई के लिए भी पानी उपलब्ध हो सकेगा। लघु प्रकल्पों में 10 अक्टूबर तक प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरी तहसील के आक्टीटोला प्रकल्प में 93.59 प्रतिशत, तिरोड़ा के प्रकल्प में 44.91 प्रतिशत, गोरेगांव के गुमडोह में 54.73 प्रतिशत, अर्जुनी मोरगांव के नवेगांवबांध में 76.93 प्रतिशत, सालेकसा के पिपरिया में 59.84 प्रतिशत, गोंदिया के पांगडी में 66.29 प्रतिशत, देवरी के रेहाडी में 75.13 प्रतिशत, तिरोड़ा के रिसाला में 38.10 प्रतिशत, देवरी के सालेगांव में 35.69 प्रतिशत, सडेपार में 95.24 प्रतिशत, शेरपार में 74.23 प्रतिशत एवं वडेगांव में 69.64 प्रतिशत, अर्जुनी मोरगांव तहसील के जुनेवानी में 76.68 प्रतिशत, सड़क अर्जुनी तहसील के उमरझरी में 91.96 प्रतिशत तथा देवरी तहसील के ओवारा में 70.07 प्रतिशत जल भंडारण दर्ज किया गया।
सिंचाई विभाग गोंदिया से मिली जानकारी के अनुसार 10 अक्टूबर को सड़क अर्जुनी तहसील के डोंगरगांव, गोरेगांव तहसील के कालीमाटी, सड़क अर्जुनी तहसील के मोगर्रा, अर्जुनी मोरगांव तहसील के राजोली, गोरेगांव तहसील के सोनेगांव एवं सालेकसा तहसील के बेवारटोला लघु िसंचाई प्रकल्पों में 100 प्रतिशत जल भंडारण दर्ज किया गया है।
Created On :   12 Oct 2021 7:27 PM IST