महाराष्ट्र में मेडिकल टूरिज़्म की अपार संभावनाएं, नेटवर्क तैयार करेगा पर्यटन विभाग

Big Possibilities of medical tourism in maharashtra, Tourism Department will create network
महाराष्ट्र में मेडिकल टूरिज़्म की अपार संभावनाएं, नेटवर्क तैयार करेगा पर्यटन विभाग
महाराष्ट्र में मेडिकल टूरिज़्म की अपार संभावनाएं, नेटवर्क तैयार करेगा पर्यटन विभाग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विजय सिंह ‘कौशिक’। राज्य में मेडिकल टूरिज्म की संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग नेटवर्क तैयार करेगा। पर्यटन विभाग इस क्षेत्र को संगठित करना चाहता है। अगले 30 दिनों के भीतर इसके के लिए डिजिटल प्लेटफार्म तैयार कर लिया जाएगा, जहां मेडिकल टूरिज्म से जुड़ी सभी सेवा प्रदाताओं की प्रमाणित सूची उपलब्ध कराई जाएगी। पर्यटन विभाग इन सेवाओं से संबंधित शिकायतें भी सुनेगा और उसे संबंधित विभाग के पास कार्रवाई के लिए भेजेगा।  प्रधान सचिव पर्यटन विभाग विजय कुमार गौतम के मुताबिक मेडिकल टूरिज्म के लिए नेटवर्क तैयार करने से इलाज के लिए देश में आने वालों को सही और प्रमाणिक जानकारी मिल सकेगी। इससे वे किसी तरह की धोखाधड़ी के शिकार नहीं होंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग एक नेटवर्क तैयार कर रहा है।

भारत में विदेशों की अपेक्षा कम मूल्य पर अच्छी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध होती हैं। लेकिन अभी तक इसको संगठित स्वरुप नहीं दिया जा सका है। अब राज्य का पर्यटन विभाग मेडिकल टूरिज्म के विकास के लिए इसे संगठित रुप देगा और एक नेतवर्क तैयार करेगा। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव विजय कुमार गौतम ने दैनिक भास्कर को बताया कि मेडिकल टूरिज्म के लिए एक वेबसाईट तैयार की जाएगी।

इसका लिंक महाराष्ट्र राज्य पर्यटन निगम (एमटीडीसी) की बेबसाईट पर उपलब्ध होगा। मेडिकल टूरिज्म से जुड़ने के इच्छुक अस्पताल, होटल, डाक्टर, एंबुलेंस सेवाएं, नर्स व इससे संबंधित अन्य सेवा प्रदाता अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। जिससे महाराष्ट्र में इलाज के इच्छुक विदेशी नागरिकों को सही और प्रमाणित जानकारी मिल सकेगा। उनके साथ किसी तरह की धोखाधडी की संभावना नहीं रहेगी।

विदेशों में बैठे मरीज वहां से अस्पताल व डॉक्टर की असाइनमेंट ले सकेंगे। गौतम ने बताया कि मेडिकल टूरिज्म से जुड़ी सभी सेवाओं को एक प्लेटफार्म पर लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि अंग प्रत्यारोपण के लिए मानव अंको के परिवहन के लिए ग्रीन कारिडोर बनाने की जरूरत पड़ी तो उसके लिए पर्यटन विभाग व्यवस्था करेगा। इसको लेकर पर्यटन विभाग दिशा निर्देश जारी करेगा।

एक माह के भीतर डिजिटल प्लेटफार्म तैयार कर लिया जाएगा। इससे पारदर्शिता आ सकेगा। उन्होंने बताया कि इन सेवाओं को लेकर हम उपभोक्ताओं से उनकी प्रतिक्रिया भी जानेंगे और उनकी अच्छी-बुरी प्रतिक्रियाओं को सार्वजनिक भी करेंगे। जिनका सेवा अच्छी नहीं होगी उसके बारे में लोगों को डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए जानकारी हो जाएगी।   


                               
 

Created On :   27 Jun 2018 2:47 PM GMT

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