बिजली बिल में राहत के लिए भाजपा का आंदोलन, फडणवीस बोले - लोगों नहीं मिली फूटी कौड़ी

BJP agitates across the state for relief in electricity bills, Holi burnt of bills
बिजली बिल में राहत के लिए भाजपा का आंदोलन, फडणवीस बोले - लोगों नहीं मिली फूटी कौड़ी
बिजली बिल में राहत के लिए भाजपा का आंदोलन, फडणवीस बोले - लोगों नहीं मिली फूटी कौड़ी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लॉकडाउन के दौरान बढ़े हुए बिजली बिलों में उपभोक्ताओं को राहत दिलाने की मांग को लेकर सोमवार को भाजपा ने राज्य भर में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिजली बिलों की होली जलाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने सातारा के कराड में हुए आंदोलन का नेतृत्व किया। पाटील ने कहा कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत ने बढ़े हुए बिजली बिलों में ग्राहकों को राहत देने के लिए फाइल तैयार की लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा वित्तमंत्री अजित पवार ने फाइल को मंजूरी नहीं दी क्योंकि ऊर्जा विभाग कांग्रेस के मंत्री के पास है। पाटील ने कहा कि केवल कांग्रेस के पास ऊर्जा विभाग होने के कारण ग्राहकों को राहत देने के लिए निधि उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो इस विभाग को अजित के पास दे देना चाहिए। जिससे कम से कम लोगों को राहत तो मिल सकेगी। पाटील ने कहा कि महावितरण के कर्मचारी बिजली का मीटर काटने आएंगे तो लोग उनका घेराव करेंगे। 

वहीं मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगलप्रभात लोढा के नेतृत्व में महानगर में आंदोलन हुआ। महानगर के कांदिवली में आंदोलन के दौरान पार्टी के नेताओं और पुलिस के बीच जमकर संघर्ष देखने को मिला है। भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि बिजली बिलों के खिलाफ लोगों के गुस्से को दबाया नहीं जा सकता है। अडानी पॉवर कंपनी के सांताक्रुज पूर्व स्थित मुख्यालय पर बिजली बिलों की होली जलाई गई। इस मौके पर मुंबई भाजपा के प्रवक्ता अजय सिंह ने कहा कि कोरोना संकट के कारण लोग परेशान हैं। ऐसे में ज्यादा बिजली बिल भेज कर सरकार लोगों की परेशानी और बढ़ा रही है। इस मौके पर मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह, भाजपा उत्तरभारतीय मोर्चा के जिला अध्यक्ष अनिल उपाध्याय, वीरेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। भाजपा की ओर से मुंबई के अलावा ठाणे, पुणे, नागपुर समेत कई जगहों पर आंदोलन किया गया। 

सरकारी बिजली कंपनी की इस हालत के लिए बावनकुले जिम्मेदारः राऊत

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत ने राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री तथा भाजपा के प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले की ओर से बिजली बिलों की प्रतीकात्मक चिता को अग्नि देने पर कटाक्ष किया है। राऊत ने कहा कि चिता को अग्नि देने का अधिकार वारिस को होता है। महावितरण की मौजूदा स्थिति के असली वारिस बावनकुले हैं। उनके कार्यकाल में ऊर्जा विभाग मौत के कगार पर पहुंच गया। इसलिए बिजली बिलों की प्रतिकात्मक चिता को उनके द्वारा अग्नि देना उचित है। राऊत ने कहा कि महावितरण की बीमारी का उपचार कर नई संजीवनी दी जाएगी। महावितरण को दोबारा मजबूत करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। 

मुख्यमंत्री कौन हैं उद्धव की अजित- आंबेडकर

वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि राज्य के ऊर्जा मंत्री राऊत ने ग्राहकों को बिजली बिलों में 50 प्रतिशत छूट देने के लिए प्रस्ताव तैयार किया। इस प्रस्ताव को उपमुख्यमंत्री अजित ने नकार दिया। लेकिन मेरी समझ से  उपमुख्यमंत्री को प्रस्ताव को मंजूरी न देने का अधिकार नहीं है। आंबेडकर ने कहा कि यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास पहुंचा ही नहीं। इसलिए मेरा सवाल है कि राज्य के मुख्यमंत्री कौन हैं उद्धव याफिर अजित। यह सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। आंबेडकर ने कहा कि महावितरण की आर्थिक स्थिति खराब होने के लिए भाजपा जिम्मेदार है। भाजपा के शासनकाल में बिजली बिल वसूली बहुत कम हुई थी। 

दूसरी ओर इस आंदोलन पर प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि भाजपा बिजली बिल पर राजनीति कर रही है। सरकार कोई अच्छा फैसला लेने वाली है तो उसके चार-पांच दिन पहले भाजपा आंदोलन करती है। क्योंकि भाजपा को सरकार के फैसले का श्रेय लेना होता है। 

विदर्भ में भाजपाइयों ने जलाई बिजली बिलों की होली

भाजपाइयों ने संपूर्ण विदर्भ में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बिजली बिलों की होली जलाई। अमरावती, वर्धा, यवतमाल, चंद्रपुर, गड़चिरोली, गोंदिया और भंडारा जिले की सभी तहसीलों में भाजपाइयों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही प्रशासन को मांगों का ज्ञापन सौंपा। स्थानीय स्तर के भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने इन आंदोलनों का नेतृत्व किया। किसानों ने भी बड़ी संख्या में इस आंदोलन में हिस्सा लेकर सरकारी नीतियों के खिलाफ रोष प्रकट किया।   

अहमदनगर में सरकार के खिलाफ बिजली बिल जलाकर किया आंदोलन

अहमदनगर में भाजपा शहर के जिला अध्यक्ष महेंद्र उर्फ भैया गंधे और पूर्व मंत्री शिवाजीराव कर्डिले ने आरोप लगाया है कि इस सरकार ने डेढ़ करोड़ उपभोक्ताओं के साथ अन्याय किया है। राज्य सरकार को 8 दिनों के भीतर भेजे गए बिजली बिल की जांच करनी चाहिए। किसानों का बिजली बिल माफ किया जाना चाहिए। सरकार ने कोरोना लॉकआउट अवधि के दौरान बिजली के बिलों में रियायतों की घोषणा की थी, लेकिन अब ऊर्जा मंत्री ने वादा खिलाफी की है। 
      
औरंगाबाद में बोले फडणवीस- लोगों को फूटी कौड़ी की मदद नहीं

उधर औरंगाबाद में पूर्व मुख्यमंत्री तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की महाआघाड़ी सरकार पर मराठवाड़ा, विदर्भ तथा उत्तर महाराष्ट्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। सोमवार को उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार नागरिकों की भावनाओं से खेल रही है। किसानों, कामगारों तथा गरीबों के आंसू पोंछने की बजाय, उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। कोरोना संकट में लोगों को फूटी कौड़ी की मदद नहीं मिली।

 

Created On :   23 Nov 2020 9:24 PM IST

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