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याकूब मेनन की कब्र को लेकर भाजपा ने शिवसेना पर बोला जोरदार हमला, विपक्ष ने पूछे तीखे सवाल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। याकूब मेमन की कब्र के सौदर्यीकरण को लेकर राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई है। जहां एक ओर भाजपा ने पूर्ववर्ती महाविकास आघाडी सरकार और शिवसेना पर सवाल उठाए हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, शिवसेना, राकांपा ने आतंकी याकूब का शव फांसी के बाद उसके परिवार को सौंपने के लिए भाजपा का कटघरे में खड़ा किया है।
माफी मांगे उद्धव ठाकरेः बावनकुले
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मामले में उद्धव ठाकरे को माफी मांगनी चाहिए उन्होंने मुख्यमंत्री रहते इस पर रोक क्यों नहीं लगाई। मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील करता हूं कि महाराष्ट्र की छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।
पाकिस्तान के इशारे पर कब्र को मजार बनाने की साजिश
वहीं भाजपा विधायक रामकदम ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे पाकिस्तान के इशारे पर 1993 बमकांड को अंजम देने वाले याकूब मेमन की कब्र मजार में तब्दील कर दी गई। यही है मुंबई से इनका प्यार, यही है इनकी देशभक्ती, उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राहुल गांधी को मुंबई की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
कब्र बचाने का अभियान शुरु करे पेग्विन सेनाः शेलार
मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने शिवसेना और आदित्य ठाकरे पर हमला करते हुए कहा कि पेंग्विन सेना को अब कब्र बचाने का अभियान शुरू करना चाहिए। हमने देखा है कि सत्ता मिलने पर शिवसेना दाऊद समर्थक हो जाती है। वहीं भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि अगर याकूब को कोई हीरो बनाना चाहता होगा तो हम यह नहीं होने देंगे।
लादेन की तरह समुद्र में क्यों नहीं दफनाया गया मेननः अजित पवार
मामले में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि फांसी के बाद याकूब का शव उसके परिवार को क्यों सौंपा गया। ओसामा बिन लादेन की तरह उसका शव समुद्र में क्यों नहीं दफन कर दिया गया। शिवसेना को बदनाम
करने की कोशिशः सावंत
शिवसेना प्रवक्ता व सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि शिवसेना को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है जबकि याकूब मेमन मामले से शिवसेना का कोई संबंध नहीं है। शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि बेहद निचले स्तर की राजनीति की जा रही है और धार्मिक विवादों को हवा देकर लोगों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि नियम है कि आतंकियों के शव उनके परिजनों को नहीं सौंपे जाते फिर तत्कालिन भाजपा सरकार ने ऐसा क्यों किया।
परिजनों को शव सौंपना फडणवीस सरकार की गलतीः लोंढे
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि भाजपा के पास देश के ज्वलंत सवालों का कोई जवाब नहीं है इसलिए वह जानबूझकर धार्मिक मुद्दों को हवा दे कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। लोंढे ने कहा कि कांग्रेस ने अफजल गुरू और अजमल कसाब को फांसी देने के बाद उनके शव अज्ञात स्थान पर दफन किए लेकिन भाजपा सरकार ने याकूब का शव उसके परिवार को सौंप दिया।
कौन था याकूब मेमन
12 मार्च 1993 को मुंबई में एक के बाद एक 12 बम धमाके हुए थे जिनमें 257 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों जख्मी हुए थे। छानबीन में खुलासा हुआ कि माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम इसका मुख्य सूत्रधार था और माहिम में रहने वाले दो भाइयों टाइगर मेमन और याकूब मेमन ने उसकी साजिश को अंजाम देने में बढ़ चढ़कर मदद की थी। आरोपी धमाकों से पहले ही परिवार के साथ देश छोड़कर दुबई के रास्ते पाकिस्तान भाग गए थे। याकूब साल 1994 में काठमांडू हवाई अड्डे पर पकड़ा गया। याकूब पढ़ा लिखा और चार्टर्ड एकाउंटेंट था। लेकिन वह दूसरे आरोपियों के बहकावे में आकर साजिश में शामिल हो गया था। मामले की सुनवाई के बाद उसे फांसी की सजा सुनाई गई। साल 2013 में राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका ठुकरा दी। फांसी रोकने के लिए दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आधी रात सुनवाई की थी। इसके बाद उसे 30 जुलाई 2015 को नागपुर की जेल में फांसी दे दी गई थी।
Created On :   8 Sept 2022 9:37 PM IST