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टी पार्टी का बहिष्कार, फडणवीस बोले - किसानों के साथ किया विश्वासघात, सदन में करेंगे पर्दाफाश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के पूर्व संध्या पर विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार की चाय- पान का बहिष्कार कर दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार के तीनों दलों के बीच संवाद नहीं होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के तीनों दलों को पहले आपस में चाय- पान करके एक-दूसरे से सुसंवाद स्थापित करना चाहिए। इसके बाद सरकार विपक्ष को संवाद के लिए बुलाना चाहिए। रविवार को बजट सत्र में सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार करने के संबंध में विपक्ष की बैठक हुई। सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र पर पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि किसानों को न्याय देने के लिए सरकार हर दिन अपनी भूमिका बदल रही है। इसलिए हमने चाय-पान का बहिष्कार किया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार की कर्ज मुक्ति योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल सका है। किसानों को अभी तक कर्ज मुक्ति नहीं मिल पाई है। कर्ज मुक्ति योजना में किसानों को भ्रमित करने काम शुरू है। सरकार ने बड़े पैमाने पर किसानों का विश्वासघात किया है। इस विश्वासघात का पर्दाफाश बजट सत्र में किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को 25 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर और फलबाग के किसानों को 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर देने की घोषणा पर सरकार ने यू टर्न ले लिया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में महिला अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है। हिंगणघाट, लासलगांव सहित राज्य के कई इलाकों में घटनाएं हुई हैं। सदन में महिला अत्याचार के मुद्दे को उठाया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि सरकार में पुलिस बल का मनोबल गिराने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए ऐसी
घटनाएं बढ़ रही है।
फडणवीस ने कहा कि मराठवाड़ा वॉटर ग्रीड योजना की स्थगिति, राष्ट्रीय पेज जल योजना पर रोक लगाने, जलापूर्ति योजनाओं पर रोकने जैसे कई योजनाओं के काम को रोक दिया है। फडणवीस ने कहा कि जलयुक्त शिवार योजना को लगभग बंद करने की तैयारी है। लेकिन मुझे विश्वास है कि सरकार योजना का नाम बदलकर इसको शुरू रखेगी। अगर सरकार ने योजना बंद की तो भी जनता इसको बंद होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को जलयुक्त शिवार योजना के कामों की जांच कराना चाहती है तो करा सकती है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में किसानों से तुअर खरीद सही तरीके से नहीं हो पा रही है। धान खरीद में प्रचंड रूप से भ्रष्टाचार और अनियमितता हो रही है। सदन में इसके सबूत दिए जाएंगे। इसके अलावा केंद्र सरकार से भी शिकायत की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य की कृषि उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव में किसानों के वोट देने का अधिकार छीनने के फैसले के विरोध में सदन में आवाज उठाई जाएगी। फडणवीस ने कहा कि सरकार ने अभी तक एक भी आश्वासन पूरा नहीं कर पाई है। राज्य सरकार भ्रमित नजर आ रही है। सरकार के कामकाज की दिशा तय नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी का गठबंधन ही असहज है। यह गठबंधन प्राकृतिक गठबंधन नहीं है। तीनों दलों के विचारों में भिन्नता है केवल सत्ता तीनों दलों को पास में लाई है।
शिवाजी महाराज के वशंजों और वीर सावरकर का मुद्दा गूंजेगा
बजट सत्र के दौरान भाजपा छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदुत्व के विचारक वीर सावरकर के मुद्दे के जरिए महाविकास आघाड़ी सरकार के तीनों दलों की फजीहत कराएगी। फडणवीस ने कहा कि शिवाजी महाराज के वशंजों का अपमान किया गया। लेकिन शिवसेना इस मामले में कोई भूमिका नहीं ली। कांग्रेस की ओर से हिंदुत्व के विचारक वीर सावरकर का बार-बार अपमान किया जा रहा है। लेकिन शिवसेना इस पर चुप है। शिवसेना को यह अपमान सहन करना है तो ठीक है लेकिन भाजपा और राज्य की जनता यह अपमान सहन नहीं करेगी। फडणवीस ने कहा कि सावरकर की पुण्यतिथि पर 26 फरवरी को उनके सम्मान के लिए गौरव प्रस्ताव पेश किया जाना चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री को पहल करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री का अभिनंदन
फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एल्गार परिषद की जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने का फैसला किया है। मैं मुख्यमंत्री अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने एकदम उचित फैसला किया है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री ने सभी सबूत खुद को देखा होगा। इसलिए उन्होंने यह फैसला किया है। क्योंकि पुलिस ने इस मामले में काफी सबूत जुटाए थे। फडणवीस ने कहा कि कोरेगांव- भीमा हिंसा के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि यह हिंदुत्ववादी ने किया है। लेकिन उनका बयान उलटा पड़ गया है। इसलिए वह अब जांच उसी दिशा की ओर मोड़ना चाहते हैं। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री की सीएए और एनपीआर संबंधी भूमिका का हम स्वागत करते हैं। सीएए कानून से किसी भी नागरिकता नहीं जाएगी। एनपीआर यूपीए सरकार के समय से होता आ रहा है। फडणवीस ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री एनपीआर पर कोई प्रस्ताव सदन में लाते हैं तो उसका समर्थन करेंगे।
विपक्ष के मुद्दे
बजट सत्र में विपक्ष किसानों, महिला अत्याचार, भाजपा सरकार की योजनों पर स्थगिति देने, छत्रपति शिवाजी महाराज के वशंजों का अपमान, वीर सावरकर के सम्मान में प्रस्ताव पेश करने, सीएए और एनपीआर जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेगा।
जोशी के बयान पर मैं क्या कहूंगा -फडणवीस
आरएसएस के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी के बयान पर फडणवीस ने कहा कि यह बात उन्होंने कही है। इस पर मैं क्या कहूंगा। इससे पहले जोशी ने कहा था कि ज्यादा दिनों तक विपक्ष के नेता पद पर नहीं रहेंगे। उनके नाम के आगे पूर्व मुख्यमंत्री बहुत ही कम समय के लिए है।
Created On :   23 Feb 2020 7:07 PM IST