दिल्ली की जमीनी हकीकत पर संघ देता रहा फीडबैक, भाजपा नहीं दिखा पाई दम

BJP could not show its strength in election on feedback of Sangh
दिल्ली की जमीनी हकीकत पर संघ देता रहा फीडबैक, भाजपा नहीं दिखा पाई दम
दिल्ली की जमीनी हकीकत पर संघ देता रहा फीडबैक, भाजपा नहीं दिखा पाई दम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिहाज से चौंकानेवाले नहीं है। संघ के कुछ पदाधिकारियों के अनुसार पहले ये संकेत दे दिए गए थे कि परिणाम किस तरह आ सकते हैं। भाजपा ने चुनाव प्रचार पर तो जोर दिया लेकिन परिणाम को बदलने में सफल नहीं हो पाए। संघ पदाधिकारी ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव में कभी भी संघ दखल नहीं देता है। किसी भी तरह की भूमिका में वह चुनाव में शामिल नहीं रहता है। लिहाजा दिल्ली के चुनाव में भी यह नहीं कहा जाना चाहिए कि इस चुनाव में संघ की राजनीति का क्या असर रहा। हालांकि संघ लोकसभा के चुनाव में विशेष सक्रिय रहता है। राष्ट्रीय स्तर के चुनाव में संघ राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रेरित दल को मतदान का आव्हान करता है। लोकसभा चुनाव में संघ की ओर से आव्हान किया जाता रहा है।

केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत ने खुले तौर पर खुशी भी जतायी। विधानसभा चुनाव में न तो महाराष्ट्र में संघ सक्रिय दिखा न ही दिल्ली में। इसी मामले पर एक अन्य पदाधिकारी ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा  चुनाव में भी राष्ट्रवाद के विषय चर्चा में आ गए थे लिहाजा संघ के कार्यकर्ता मतदाताओं के बीच जाकर समझाते रहे कि किस तरह देश में राजनीति चलने लगी है। इस राजनीति का प्रभाव का हो सकता है। लोकसभा चुनाव के समय दिल्ली में स्वयंसेवकों ने 3000 के करीब बैठकें ली थी। एनआरसी,सीएए, शाहीनबाग जैसे मामलों को लेकर बहस कुछ ऐसी छिड़ी कि विधानसभा चुनाव के पहले 4000 से अधिक बैठकें ली गई। सभी 70 विधानसभा क्षेत्र में खंड स्तर पर समन्वयक नियुक्त किए गए थे। प्रत्येक खंड में 200-200 कार्यकर्ताओं को भेजा गया था। संघ के कार्यकर्ता हर दिन फीडबैक देते रहे।

राष्ट्रवाद के मुद्दों से कहीं अधिक सामाजिक न्याय का मुद्दा चर्चा में ला दिया गया था। यह तक बातें फैलायी जाने लगी थी कि भाजपा का समर्थन बढ़ता गया तो वह देश को हिंदूराष्ट्र भी घोषित कर देगी। यह भी बातें फैलायी गई कि संघ भाजपा के बजाय आम आदमी पार्टी के फेवर में हैं। संघ की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी फलां जाति समाज के हित में काम कर रही है इसलिए उसे समर्थन दिया जाये। इस तरह के तर्क से संंबंधित पत्रक को फर्जी ठहराने के लिए संघ के दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा को सामने आना पड़ा था। माना जा रहा है कि चुनाव के समय संघ कार्यकर्ताओं के दिए गए फीडबैक पर अमल किए जाने को लेकर भाजपा व संघ के कार्यकर्ताओं की मंथन बैठक भी होगी। 

Created On :   12 Feb 2020 9:21 PM IST

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