- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- जनसभा में पांच लाख देने का ऐलान...
जनसभा में पांच लाख देने का ऐलान करने वाले भाजपा नेता पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप
डिजिटल डेस्क, मुंबई। चुनाव आयोग ने कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन के मामले में भाजपा के सांगली जिला इकाई अध्यक्ष पृथ्वीराज देशमुख के खिलाफ जांच शुरू की है। देशमुख ने सांगली जिले के मिरज शहर में बुधवार को भाजपा, शिवसेना और आरपीआई (ए) कार्यकर्ताओं की एक संयुक्त सभा को संबोधित करते हुए एक पार्टी कार्यकर्ता से कहा था कि अगर भाजपा सांसद संजयकाका पाटिल लोकसभा चुनाव में दोबारा निर्वाचित होते हैं तो उन्हें पांच लाख रुपए या उससे अधिक देंगे। उनके भाषण का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। अपने भाषण के दौरान देशमुख ने कहा कि सांगली सीट जीतना आसान नहीं है। पाटिल यहां से मौजूदा सांसद हैं।
भीड़ में से जब किसी ने देशमुख से पूछा कि अगर पाटिल फिर से चुन लिये जाते हैं तो वह उन्हें क्या देंगे, इस पर उन्होंने कहा, ‘आपको पांच लाख या उससे अधिक मिलेंगे।’ लेकिन उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मजाक अलग बात है, संजय पाटिल ने यहां मिरज में सड़क, राजमार्ग, रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास कार्य के लिये कोष हासिल कर काफी अच्छा काम किया है। सांगली के जिलाधिकारी अभिजीत चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग ने देशमुख के भाषण को लेकर मीडिया में आयी खबरों पर संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, कि उनके भाषण के फुटेज को सहायक निर्वाचन अधिकारी को भेज दिया गया है, जो अब इसका अध्ययन कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।’’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि आगे की जांच की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि देशमुख का भाषण सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो चुका है जिसमें वह साफ-साफ लोगों को रिश्वत देने की पेशकश करते दिख रहे हैं।
धनंजय मुंडे के सरकारी बंगले पर राकांपा के घोषणा पत्र जारी होने की भी जांच
विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे के सरकारी बंगले पर राकांपा का चुनाव घोषणा पत्र जारी किए जाने की भी चुनाव आयोग जांच करेगा। इस संबंध में आयोग को शिकायत मिलने के बाद जांच कमेटी गठित की गई है। गौरतलब है कि पिछले दिनों विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व राकांपा के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटील ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मुंडे के सरकारी बंगले पर पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र जारी किया था।
Created On :   30 March 2019 7:38 PM IST