- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- राममंदिर के चंदे पर भाजपा का...
राममंदिर के चंदे पर भाजपा का शिवसेना पर निशाना, कहा- हफ्ता वसूली वाले क्या जाने चंदे का महत्व
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाए जाने को लेकर भाजपा की तीखी आलोचना की है। सोमवार को राऊत ने कहा कि अयोध्या के राजा भगवान श्रीराम का मंदिर बनाने के लिए घर-घर जाकर चंदा मांगना यह राजा और हिंदूत्व का अपमान है। पार्टी के मुखपत्र में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया है कि राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने की आड़ में भाजपा का चुनाव प्रचार किया जाएगा।
पत्रकारों से बातचीत में राऊत ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि राम के नाम की राजनीतिक नौटंकी बंद करिए। उन्होंने कहा कि चार लाख लोग गांव-गांव में भेजे जाने वाले हैं वे किसके प्रचार के लिए भेजे जाने वाले हैं? शिवसेना सांसद ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बैंक खाते में लोग भरपूर निधि दे रहे हैं। देश के बड़े-बड़े दानवीर व्यक्तियों ने पैसे दिए हैं। शिवसेना ने भी एक करोड़ रुपए दिया है। राम मंदिर का निर्माण अदालत के आदेश से हो रहा है।
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से निधि जुटाने के लिए अभियान चलाने के फैसले की आलोचना की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह अभियान भगवान राम की आड़ में साल 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए है। पार्टी ने कहा है कि राम के नाम पर राजनीतिक प्रचार रुकना चाहिए। ऐसा कभी तय नहीं किया गया था कि अयोध्या में राम मंदिर लोगों के चंदे से बनाएंगे। लोगों से चंदा लेने का मामला साधारण नहीं बल्कि राजनीतिक है। पार्टी ने कहा कि राम अयोध्या के राजा थे। उनके मंदिर के निर्माण के लिए सैकड़ों कारसेवकों ने खून बहाया और बलिदान दिया। उस अयोध्या में राम का मंदिर चंदे से बनाएंगे? उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलाया जाएगा। इसके तहत देशभर से मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाया जाएगा।
हफ्ता वसूली वाले क्या जाने चंदे का महत्व
भाजपा विधायक व प्रवक्ता राम कदम ने कहा कि शिवसेना राम भक्तों का अपमान न करे। हफ्ता वसूली के आधार पर खड़ी हुई शिवसेना चंदे का महत्व क्या जाने। शिवसेना समर्पण, आस्था और राम मंदिर को भव्य बनाने के भाव को चंदे के साथ जोड़ने का दुस्साहस न करे। कदम ने कहा कि शिवसेना सिंहासन के लालच में हिंदुत्व को खो चुकी है। करोड़ों रामभक्तों की इच्छा है कि राम मंदिर के निर्माण में उनका भी योगदान हो। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा लिया जाएगा। हफ्ता वसूली नहीं की जा रही है, लेकिन राऊत का बयान हफ्ता वसूली की तरह है। दरेकर ने कहा कि सत्ता में आने के बाद शिवसेना की पूरी तरह की भूमिका बदल गई है। यदि यही चंदा उद्योगपतियों से लिया गया होता तो राऊत कहते हैं कि अंबानी और अदानी जैसे पूंजीपतियों के पैसे मंदिर निर्माण में लगे हैं।
Created On :   21 Dec 2020 8:38 PM IST