नागपुर में पहली बार ब्रेनडेड मरीज के निकाले फेफड़े, मुंबई में हुआ ट्रांसप्लांट

Brain dead patient has lungs removed transplant was done in mumbai
नागपुर में पहली बार ब्रेनडेड मरीज के निकाले फेफड़े, मुंबई में हुआ ट्रांसप्लांट
नागपुर में पहली बार ब्रेनडेड मरीज के निकाले फेफड़े, मुंबई में हुआ ट्रांसप्लांट

डिजिटल डेस्क,नागपुर। आर्गन डोनेट के मामले में नागपुर नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। अंगदान की इसी कड़ी में  संतरानगरी ने एक और नया इतिहास रच दिया। नागपुर से पहली बार ब्रेनडेड मरीज से फेफड़े (रिट्राइव) निकाले गए, जिन्हें मुंबई में ट्रांसप्लांट किया गया। वही दो किडनी और एक लिवर मिलने से कुल 4 लोगों को जीवनदान मिल गया। जानकारी के अनुसार हनुमान नगर स्थित नंदनवन ले-आउट निवासी नत्थूजी वंजारी (58), बीएसएनएल में टेक्नीशियन थे। उल्टी और दर्द के कारण उन्हें 17 सितंबर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उन्हें हार्ट अटैक आया। उपचार के दौरान लगातार उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। मरीज के परिजनों को अंगदान की जानकारी दी गई और टेलीफोन एक्सचेंज चौक स्थित न्यू इरा हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया।

मरीज की पत्नी पुष्पा वंजारी, बेटा योगेश वंजारी, बेटी करिश्मा वंजारी ने अंगदान के लिए सहमति दी। न्यू इरा हॉस्पिटल के संचालक डॉ. आनंद संचेती के नेतृत्व में न्यूरोसर्जन डॉ. नीलेश अग्रवाल, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. पराग मून, इंटेनस्टिविस्ट डॉ. अमोल कोकस, एनेस्थेटिक डॉ. साहिल बंसल ने मरीज को ब्रेनडेड घोषित किया। जोनल ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेशन कमेटी (जेडटीसीसी) की अध्यक्ष डॉ. विभावरी दाणी, सचिव डॉ. रवि वानखेड़े, डॉ. वी.एल. गुप्ता व डॉ. विजेन्द्र किरनाके और वीना वाठोडे ने जिम्मेदारी संभाली। ट्रांसप्लांट में हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. निधीश मिश्रा, लिवर सर्जन डॉ. राहुल सक्सेना, डॉ. शिवनारायण आचार्य, डॉ. रवि देशमुख, डॉ. अर्चना संचेती, डॉ. राेहित गुप्ता, डॉ. शब्बीर राजा, डॉ. संजय कोलते, डॉ. निशांत बावनकुले, वोक्हार्ट की सीईओ के. सुजाता, डॉ. विकास चौधरी, डॉ. बी.वी. भास्कर, डॉ. उनमिल शाह, डॉ. लक्ष्मण नेसारिकर, ट्रैफिक डीसीपी चिन्मय पंडित के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रीन कॉरिडोर के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था।

ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मुंबई भेजे फेफड़े  सुबह 8 बजे से ऑपरेशन कर अंग निकालना आरंभ हुआ। अस्पताल से विमानतल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। 12 किमी की दूरी को 13 मिनट 54 सेकेंड में पूरा किया गया। फेफड़ों को मुंबई स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में 38 वर्षीय महिला मरीज का 5 घंटे ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया गया। वही एक किडनी वाेक्हार्ट हॉस्पिटल में 53 वर्षीय पुरुष मरीज को ट्रांसप्लांट की गई। साथ ही न्यू इरा हॉस्पिटल में भर्ती 32 वर्षीय पुरुष मरीज को किडनी और 54 वर्षीय पुरुष मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट किया गया।

Created On :   21 Sep 2019 8:33 AM GMT

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